रुड़की
कोरोना काल के चलते जहां देशभर में लोकडाउन- कोविड कर्फ्यू लागू किया गया था तो वही कोरोना का ग्राफ घटने पर अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई है। लगातार कोविड कर्फ्यू में छूट दी जाने लगी है और अब धीरे-धीरे व्यवस्थाएं पटरी पर लौटती नजर आरही है। ऐसे में आपराधिक तत्व भी सक्रिय हो चले है, और अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे है। दरअसल उत्तराखंड प्रदेश में कोविड कर्फ्यू भले ही ना हटा हो लेकिन किसी हद तक सबकुछ अनलॉक जैसा हो गया है। दुकानें, बाजार व अन्य कारोबार सुचारू रूप से संचालित हो रहे है यही वजह है कि अपराधिक किस्म के लोग भी अब सक्रिय हो रहे है। जनपद हरिद्वार में लूट, चोरी, डकैती, हत्या जैसे संगीन अपराध का ग्राफ एकदम उछाल में आया है। हालांकि पुलिस ने अधिकांश मामलों का खुलासा जरूर किया है लेकिन आपराधिक घटनाओं को रोकना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती से कम नही है।
आपको बता दे कोविड कर्फ्यू में छूट मिलने से बहारी राज्यों के बदमाश अब उत्तराखंड में प्रवेश करने लगे हैं। जिससे पुलिस प्रशासन की परेशानियां भी बढ़ने लगी है। पिछले एक महीने में हरिद्वार जिले में हत्या, लूट, डकैती और चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। हरिद्वार में हुई डकैती और रुड़की में महिला से लाखों की लूट और उसके बाद बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदमाश अब कितने सक्रिय नजर आ रहे है। वही बदमाश घटनाओं को अंजाम देने के लिए रुड़की में शरण ले रहे है। लेकिन पुलिस प्रशासन घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रही है।
वहीं इस मामले में एसएसपी हरिद्वार का कहना है कि अनलॉक में आपराधिक घटनाएं बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। लेकिन पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रही है और घटनाओ का भी खुलासा कर रही है। साथ ही बॉर्डर के गुप्त रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और पुलिस फोर्स भी बढ़ाई जाएगी ताकि जिले में होने वाली आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।