तीनों पीढ़ियों के एक साथ मंचन से भारतीय परंपरा को जीवित रखने का हुआ प्रयास
कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में हुआ आयोजन
कोंच(जालौन) कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में वृद्धाश्रम के बुजुर्गों द्वारा गानों का गायन एवं नृत्य कर फेस्टिवल में प्रस्तुतियां दी गई। फेस्टिवल द्वारा वृद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में जश्न का माहौल रहा बुजुर्गों के साथ महिलाओं बच्चो ने भी उनके साथ परफॉर्मेंस कर उनकी खुशियों को दुगना किया। संस्थापक पारसमणि अग्रवाल ने बताया कि फेस्टिवल द्वारा तीन पीढ़ियों के एक साथ मंचन से भारतीय परंपरा को जीवित रखने का प्रयास किया गया। वृद्धाश्रम में अमित सक्सेना, स्वाति जैन, रोमा श्रीवास्तव, प्रियंका टण्डन,अर्चना, रश्मि, इशिका,स्तुति, उर्वी, शिवम,ज्ञानवती,तेजस्विनी, अपूर्वा, मनीष,आलोक,अनूप आदि ने स्नेहधरा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के साथ परफॉर्मेंस की और माहौल उत्सवमय बनाया।
फेस्टिवल को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति एवं भारत सरकार द्वारा कई समितियों के मनोनीत सदस्य एवं बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य अरुण भगत ने युवाओं के अंदर नई ऊर्जा का संचार किया उन्होंने कहा कि बिना परिश्रम सफलता सम्भव नहीं है और सफलता रूपी ताला खोलने के लिए परिश्रम रूपी कुंजी आवश्यक है।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय की नोयडा परिसर की निदेशक डॉ० मीता उज्जैन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के प्रोफेसर डॉ राघवेंद्र मिश्रा, फ़िल्म मेकर डॉ नीरज सचान, कथाकार डॉ० सुनीता ने भी फेस्टिवल को सम्बोधित किया वही फेस्टिवल में समर्थ शर्मा,प्रिया, इष्पिता, काव्या चतुर्वेदी, श्रुति कौसाधन, अर्नव श्रीवास्तव आदि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किये।
12 को लगातार 5 घण्टे डांस कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का होगा प्रयास
कोंच (जालौन) आगामी 12 जुलाई 2021 को कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में लगातार 5 घण्टे नृत्य कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने का प्रयास किया जाएगा उक्त जानकारी देते हुए संस्थापक/संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने बताया कि नृत्य कोंच फ़िल्म फेस्टिवल के पेज पर लाइव होगा। सृजन झंकार की ब्रांड अम्बेसडर श्रुति जैन द्वारा 12 जुलाई को दोपहर 1 बजे से पांच घण्टे का नृत्य कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का प्रयास किया जाएगा।