बिहार:लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिये केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड का किया निरीक्षण

  • निरीक्षण से संतुष्ट दिखे टीम के सदस्य, जल्द ही लक्ष्य प्रमाणीकरण प्राप्त होने का जताया भरोसा
  • विभिन्न मानकों के आधार पर लक्ष्य प्रमाणीकरण उपलब्ध कराने का है प्रावधान
  • राज्य स्तरीय एसेसमेंट में अस्पताल के प्रसव वार्ड को प्राप्त हुआ 82 अंक

अररिया संवादाता

सदर अस्पताल को जल्द ही लक्ष्य प्रमाणीकरण प्राप्त हो सकता है। इसे लेकर अस्पताल प्रशासन व केयर इंडिया लंबे समय से प्रयासरत है। अस्पताल में उपलब्ध प्रसव संबंधी सेवाओं को निरंतर सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य स्तरीय टीम द्वारा इसका सतत मूल्याकंन किया जा चुका है। राज्य स्तरीय टीम की अनुशंसा पर दो सदस्यीय केंद्रीय टीम ने शुक्रवार को सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड का निरीक्षण किया। नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड एनक्यूएएस के दो सदस्यी टीम में डॉ प्रीति मदान व पिरामल स्वास्थ्य के स्टेट क्वालिटी कंसलटेंट सुमित पांडेय शामिल थे। इस दौरान डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एसिसटेंट मधु कुमारी, केयर इंडिया की डीटीओएफ डोली कुमारी, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद, पिरामल स्वास्थ्य की बीटीएम रेणु कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।

जल्द उपलब्ध हो सकता लक्ष्य प्रमाणीकरण :

निरीक्षण के क्रम में केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल में सुरक्षित प्रसव के लिये उपलब्ध संसाधनों का बारीकी से मुआयना किया। प्रसव गृह से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल की। साथ केंद्रीय एसेसमेंट के लिये डाक्यूमेंटेशन को लेकर संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी निर्देश दिये। एनक्यूएएस की सदस्य डॉ प्रीति मदान ने बताया कि अस्पताल में प्रसव संबंधी सेवाएं पूर्व की तुलना में बेहतर हुआ है। इसके लिये प्रसव गृह में जहां जरूरी संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं। वहीं कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है। ताकि अस्पताल के माध्यम से प्रसव संबंधी गुणवत्तापूर्ण व बेहतर सेवाएं लोगों को उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य एसेसमेंट टीम के द्वारा निरीक्षण व मूल्याकंन के उपरांत सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड को 82 अंक दिया गया है। जो लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल करने के लिहाज से खासा महत्वपूर्ण है। उन्होंने जल्द ही अस्पताल को लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल होने का भरोसा जताया।

विभिन्न मानकों के आधार पर प्रमाणीकरण है प्रावधान :

पिरामल स्वास्थ्य के क्वालिटी कंसलटेंट सुमित कुमार ने बताया कि लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिये कई मानकों का ध्यान रखा जाता है। इसमें मुख्यत: सर्विस प्रोविजन, रोगी का अधिकार, सपोर्ट सर्विसेज, क्लिनिकल सर्विसेज, इंफेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट शामिल हैं । साथ ही कर्मियों को प्रसव कक्ष से जुड़ी पंजियों के संधारण व इसे अद्यतन बनाये रखने के लिये खास तौर पर दक्ष किये जाने का प्रावधान शामिल हैं । मानक स्तर पर प्रसव संबंधी तमाम तरह की सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद ही लक्ष्य प्रमाणीकरण उपलब्ध कराने का प्रावधान है। सदर अस्पताल के प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल करने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये अस्पताल के प्रसव वार्ड को लक्ष्य कार्यक्रम के निर्धारित मानकों के अनुरूप विकसित किया गया है।

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