सागर मलिक
देहरादून: बेटे की मौत की खबर से सदमे में आईं संतोषी देवी को क्या पता था कि अभी और बड़ा दुख उनकी दहलीज पर खड़ा है। बेटे की मौत पर विलाप कर रहे परिजनों को कुछ ही देर में परिवार के दो अन्य सदस्यों के मरने की भी खबर आ गई। दो बेटे और पति की करंट हादसे में मौत से संतोषी देवी के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
नमामि गंगे परियोजना के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में गणेश लाल (22) पुत्र महेंद्र लाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। सूचना पर गणेश के पिता महेंद्र लाल (48) और बड़ा भाई दीपू कुमार (33) मौके पर पहुंचे लेकिन कुछ ही देर बाद वहां करंट दौड़ गया जिसमें दोनों पिता-पुत्र की भी मौत हो गई। अब घर में संतोषी और उनका एक जवान बेटा ही बचा है। संतोषी देवी का भरापूरा परिवार एक झटके में तबाह हो गया। कल तक हंसते खेलते परिवार पर अब दुखों का पहाड़ टूट गया है।
फरस्वाण फाट के हरमनी निवासी गणेश की मौत पर क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में चमोली पहुंचे। लोग मौत की जांच और परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि मौत उनका भी इंतजार कर रही है। एक झटके में बड़ी संख्या में लोग करंट लगने से मौत के मुंह में चले गए। मरने वाले ग्रामीणों में ज्यादातर हरमनी और रंगतोली के हैं। हादसे में पूरे फरस्वाण फाटा क्षेत्र में शोक की लहर है।