प्रोबेशन अधिकारी की सक्रियता से बाल विवाह रूका।
मेहनगर आजमगढ़।
मेहनगर थाना क्षेत्र के रायपुर पट्टी ग्राम में बाल विवाह के दो मामलों को पुलिस ने विवाह होने से पहले ही रोक दिया।
बताया जा रहा है कि रायपुर पट्टी ग्राम की जोगिन्दर उर्फ जोगी के लड़की की शादी रामगढ़ के रामाधार वनवासी के लड़के से तय हुई थी। लड़के के घर पर हल्दी की रस्म चल रही थी और लड़की के घर पर बारात के स्वागत की तैयारियां जोरों पर थी। इसी बीच जिले के किसी गुमनाम जागरूक व्यक्ति ने इस बाल विवाह की सूचना जिला प्रोबेशन अधिकारी बी एल यादव, उपजिलाधिकारी प्रेम चन्द्र मौर्या और मेहनगर थाने के बाल कल्याण अधिकारी इंस्पेक्टर आसिफ को दे दी। यह सूचना प्राप्त होते ही जनपद की मानव तस्करी निरोधक ईकाई सक्रिय हो गई और प्रोबेशन अधिकारी के निर्देश पर संयुक्त टीम लड़के और लड़की के घर पर पहुँच गयी। दोनों परिवारों से पूछताछ पर यह ज्ञात हुआ कि लड़का और लड़की दोनों नाबालिग हैं। मेहनगर पुलिस ने दोनों को महिला पुलिस की अभिरक्षा में पुलिस चौकी पर ले आई। पुलिस ने बताया कि आज दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के मजिस्ट्रेट रजनीश कुमार श्रीवास्तव के समक्ष पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि उक्त बालिका मेहनगर स्थिति कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्रा थी। पारिवारिक दबाव में आकर उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। विगत माह तरवां थाना क्षेत्र के उचहुँवा ग्राम में भी एक बाल विवाह को रोक दिया गया था।
प्रशासन की बाल विवाह को लेकर त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में तहलका मचा हुआ है। क्षेत्र में होने वाले अन्य बाल विवाह आधार कार्ड को देखकर टाले जा रहे हैं।