- टेक होम राशन के बदले पौष्टिक लड्डू का किया जाएगा वितरण: डीपीओ
- ख़ास क़िस्म में लड्डू खाने से कुपोषण से मिलेगी मुक्ति: निधि प्रिया
संवाददाता – विक्रम कुमार
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की वजह से आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन लंबे समय से बाधित है। जिस कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर नवजात शिशुओं को गर्म पौष्टिक आहार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसके स्थान पर सूखा राशन बच्चों के घर पहुंचाया जा रहा है। बच्चों में कुपोषण से जुड़ी हुई समस्याओं को दूर करने के लिए इसे अपर्याप्त मानते हुए समाज कल्याण विभाग के द्वारा एक नई शुरुआत की गई है। जिसके तहत बच्चों को अब हाई एनर्जी फूड की रेसिपी के तहत खास किस्म के लड्डू को पोषक क्षेत्र के बच्चों के घर खाने के लिए दिया जायेगा। पूरे बिहार में इस कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत गुरुवार को की गयी। ज़िले के के.नगर प्रखंड अंतर्गत गणेशपुर पंचायत के आदमपुर गांव स्थित आगनबाड़ी केंद्र कोड संख्या-146 पर आईसीडीएस की डीपीओ शोभा रानी, राष्ट्रीय पोषण अभियान की ज़िला समन्वयक निधि प्रिया, उक्त केंद्र की सेविका बबिता कुमारी व सहायिका अनिला देवी के सामने पौष्टिक लड्डू व सत्तू लड्डू का वितरण किया गया।
टेक होम राशन के बदले पौष्टिक लड्डू का किया जाएगा वितरण: डीपीओ
आईसीडीएस डीपीओ शोभा रानी ने बताया ज़िले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले नवजात शिशुओं के लिए टेक होम राशन की व्यवस्था है। लेकिन यह पके हुए भोजन के व्यवस्था अलग से की गई हैं। नई व्यवस्था के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से टेक होम राशन की जगह बच्चों को पौष्टिक लड्डू व चूर्ण उपलब्ध कराया जायेगा। जिसे आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओ द्वारा इसे तैयार किया जाएगा। जिसको लेकर सेविकाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। ख़ास तरह के लड्डू को लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। जो बच्चों के पोषण से संबंधित सभी तरह की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिहाज से काफ़ी महत्वपूर्ण होगा।
ख़ास क़िस्म में लड्डू खाने से कुपोषण से मिलेगी मुक्ति: निधि प्रिया
राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्वयक निधि प्रिया ने बताया आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को फिलहाल गर्म पका हुआ भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिसके बदले में उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों पर ही सुपाच्य आहार के रूप में पौष्टिक लडड् व सत्तू लड्डू तैयार कर पौषक क्षेत्र के सभी बच्चों के बीच वितरित किया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया पोषक क्षेत्र की वैसी महिलाएं जिनके घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं। वैसे लोगों को भी सेविकाओ के माध्यम से लडडू बनाने के लिए जानकारी दी जायेगी। ताकि वे इसे अपने घर पर भी इस तरह से लड्डू को तैयार कर अपने बच्चों को खाने के लिए देंगी। खास किस्म के लड्डू खाने से बच्चों के बीच कुपोषण की समस्याओ छुटकारा मिलने में काफी सहूलियत होगी।