हिंद महासागर में मालदीव के पास गिरा चीनी रॉकेट का मलबा
वैशवारा न्यूज डेस्क नई दिल्ली
चीनी रॉकेट का एक बड़ा हिस्सा धरती के वायुमंडल में फिर से प्रवेश किया और रविवार को हिंद महासागर में नष्ट हो गया चीनी स्पेस एजेंसी ने कहा है कि रॉकेट का ज्यादातर मलबा धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर नष्ट हो गया है।
बीजिंग में अधिकारियों ने कहा था कि रॉकेट के फ्रीफॉलिंग सेगमेंट से बुहत कम जोखिम था। इसे 29 अप्रैल को चीन के नए स्पेस स्टेशन के पहले मॉड्यूल को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया गया था।चीन मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग
ने बयान में कहा है कि 5B रॉकेट के कुछ हिस्सों ने सुबह 10:24 बजे बीजिंग समय (0224 GMT) में वायुमंडल में प्रवेश किया और एक स्थान पर गिरा। यह मालदीव के आसपास कहीं पानी में गिरा है। बयान में आगे कहा गया है रीएंट्री के दौरान इसका ज्यादातर मलबा नष्ट हो गया है।
2021-035B नाम का यह रॉकेट 100 फुट लंबा और 16 फुट चौड़ा था। वायुमंडल में एंट्री होने पर इसका बड़ा हिस्सा जल गया और बाकी पानी में जा गिरा। पहले की अटकलों के मुताबिक यह दक्षिणपूर्वी अमेरिका, मेक्सिको, मध्य अमेरिका, करेबियन, पेरू, ईक्वाडोर कोलंबिया, वेनेजुएला, दक्षिण यूरोप, उत्तर या मध्य अफ्रीका, मध्य पूर्व, दक्षिण भारत या ऑस्ट्रेलिया में गिरने की संभावना जताई जा रही थी।
चीन ने कहा था कि उसके रॉकेट के मलबे से किसी को कोई खतरा नहीं है। यह पृथ्वी के वातावरण में आते ही जल जाएगा। इस पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की भी नजर रही। अमेरिका के स्पेस कमांड ने भी कहा है कि नुकसान होने की कम संभावना है।