जांजगीर-चांपा, 14 अप्रैल, 2022/
अंग्रेजी हुकूमत द्वारा जलियां वाला बाग में निर्दोषों की जघन्य हत्या के दिवस पर शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जांजगीर नैला के नेतृत्व शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पांजली अर्पित की गई। इस नृशंस हत्या को याद करते हुए बताया गया कि 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी का दिन था। बैसाखी वैसे तो पूरे भारत का एक प्रमुख त्योहार है परंतु विशेषकर पंजाब और हरियाणा के किसान सर्दियों की रबी की फसल काट लेने के बाद नए साल की खुशियाँ मनाते हैं। इसी दिन, 13 अप्रैल 1699 को दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इसीलिए बैसाखी पंजाब और आस-पास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है और सिख इसे सामूहिक जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। अमृतसर में उस दिन एक मेला सैकड़ों साल से लगता चला आ रहा था जिसमें उस दिन भी हज़ारों लोग दूर-दूर से आए थे। इस घटना में करीबन 400 लोग शहीद हुए और लगभग 2000 लोग घायल हुए। जनरल डायर के आदेश से वहां तैनात सैनिकों ने निर्दोषों पर गोली चलाई थी। पुष्पांजली देने वालों में विशेष रूप से कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष शर्मा, नपाध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल, प्रदेश सचिव रमेश पैगवार, जिला युंकाध्यक्ष प्रिंस शर्मा, प्रवक्ता रफीक सिद्दिकी, विवेक सिसोदिया, पंचराम यादव, शिशिर द्विवेदी, ब्यास कश्यप, सुखराम गढ़वाल, अजीत सिंह राणा, प्रशांत शर्मा, परमेश्वर निर्मले, मुस्कान परवीन, मनोज कालू अग्रवाल, मनोहर प्रधान, अनिल राठौर, चिरायु, राकेश कहरा, किशोर साव, गुड्डू पठान, मयंक थवाईत, जितेंद्र दिनकर, प्रतीक पाण्डेय, अभिलाष गढ़ेवाल, आशीष टंडन, अक्षय धीवर, खगेश कारके, मितेश भोलू यादव, नरसिम्हा यादव, परमेश्वर पप्पू राठौर सहित कांग्रेस जन उपस्थित रहे।