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बढ़ती महंगाई व सुखार से परेशान लोगों को सरकार के माध्यम से हो सुखा ग्रस्त घोषित,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कांग्रेसी नेता,,,,, शाहिद हुसैन
अररिया
केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश इस समय काफ़ी परेशान है। बढ़ती कमर तोड़ महंगाई व बारिश के नहीं होने से किसानों को धान की खेती करने को लेकर काफी परेशानी का सामना हो रहा है। यहां तक कि अन्न दाता किसानों को अपने खेतों में धान का फसल लगाने को लेकर प्रकृति की मार सहनी पर रही है । हालांकि किसानों के सभी खर्च का दारोमदार खेतों में उपजे अनाजों पर टिका रहता है । सिंचाई के अभाव में खरीफ फसल के साथ धान का फसल लगाने में काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है । उक्त बातें राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के जिलाध्यक्ष व मुखिया प्रतिनिधि मो शाहिद आलम ने कही । उन्होंने कहा सुखाड़ के होने से धान का बिचरा बर्बादी के कगार पर है और किसानों की स्थिति धान का फसल लगाने को लेकर बद से बदतर है और सिंचाई करके धान का फसल लगाने के लिए किसान हिम्मत नहीं जुटा पारहे हैं । आगे उन्होनें कहा कि केंद्र सरकार सरकारी तंत्र का सहारा लेकर किसानों पर दमनकारी कार्य कर रही है और आम जनता बढ़ती महंगाई की मार झेलने को विवश हैं। यहां तक कि महंगाई बेरोजगारी से देश की गरीब जनता त्राहिमाम की स्थिति में गुजर बसर करने को विवश हैं । उन्होंने कहा किसानों के लिए खेतों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से समय अनुसार खेतों में फसल लगाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी,अनाज, खाने वाली तेल, दाल, चावल, घरेलू गैस, दूध , घी, पनीर , पेट्रोल डीजल,आदि सामग्री की बढ़ते दामों पर उठ रहे आवाज को
केंद्रीय सरकार दबाना चाहती है, और इधर देश की गरीब जनता त्राहिमाम व बेबसी में जीवन यापन करने को विवश हैं ।