बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता के खिलाफ मोर्चा खोला
अधिशासी अभियंता बोले मेरा कोई दोष नहीं
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज ,विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के संविदा कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है संविदा कर्मचारियों का कहना है कि अधिशासी अभियंता आए दिन संविदा कर्मचारियों से गाली गलौज करते है। बात गाली गलौज तक नहीं रुकती उसके बाद वह जाति सूचक शब्दों से भी अपमानित कर करते हैं। इसको लेकर संविदा कर्मचारी आक्रोश में हैं उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा राजस्व वसूली के लिए ओटीएस की योजना लागू की गई है। जिसमें सभी कर्मचारी अपना अपना कार्य निमित्त प्रकार कर रहे हैं। शनिवार को लखनऊ से आए उच्च अधिकारियों के द्वारा विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के सीबीगंज स्थित बिजली घर का निरीक्षण किया गया और उच्च अधिकारी द्वारा संविदा कर्मचारियों से पूछा गया कि आप लोग किस लिस्ट पर कार्य कर रहे है तो कर्मचारियों ने कहा की हमें कोई लिस्ट नहीं मिली है इस पर मौके पर उपस्थित अधिशासी अभियंता सतेन्द्र चौहान भड़क गए और इतना कहने पर ही बदसलूकी और गाली गलौच करने लगे और जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग भी किया गया। संविदा कर्मचारियों ने कहा कि इससे पहले भी अधिशासी अभियंता गाली गलौज कर चुके हैं इस घटना की जानकारी अवर अभियंता को भी है और ये अवर अभियंता को भी कई बार गालियों दे चुके हैं। इस प्रकरण को लेकर विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के संविदा कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंप कर न्याय की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के संविदा कर्मचारी मदन, मोरपाल, रहीम, सुरेश चंद्र गौतम,आदिल खान, लक्ष्मण, राहुल सत्यवीर, पूरन लाल आदि मौजूद रहे। वही संविदा कर्मचारियों ने रामपुर गार्डन स्थित अधीक्षक अभियंता कार्यालय पर 1 घंटे तक अधिशासी अभियंता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया संविदा कर्मचारियों को कर्मचारी संगठन के आश्वासन के बाद काम पर भेजा जा सका।
वही अधिशासी अभियंता सत्येंद्र चौहान का कहना है मेरे द्वारा किसी को न तो जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया गया है और न ही किसी से गाली गलौज की गई है मैंने केवल और केवल विभाग द्वारा दिए गए कार्य को करने के लिए कहा था जिस पर यह कर्मचारी भड़क उठे और मुझ पर गलत आरोप लगा रहे हैं यदि किसी के पास कोई साक्ष्य है कि मेरे द्वारा किसी को गाली गलौज या जाति सूचक शब्द कहा गया है तो मैं उसके लिए इन कर्मचारियों से बात करने के लिए तैयार हूँ विभाग द्वारा दिए गए निर्देश का पालन मेरे द्वारा किया जा रहा है इन कर्मचारियों के द्वारा भी किया जाना चाहिए।