ब्यूरो चीफ सैयद हामिद अली अजमेर
अजमेर में कोरोना की वजह से चिकित्सा इन्तेज़ामात गड़बड़ा गए है। मरीजों को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में चिकित्सा परामर्श तक नहीं मिल पा रहा। हाल ये है कि मरीज लेकर जाने वाली एम्बूलेंस को चिकित्सालय के गेट में ही दाखिला नहीं दिया जाता। ऐसे में एम्बूलेंस चालक वापस मरीज को घर छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक नजारा कल रात को देखने को मिला। फायसागर रोड, अरावली नगर के रहने वाले विनोद बंसल की तबीयत खराब हुई और 108 एम्बूलेंस को फोन किया। एम्बूलेंस आई और तबीयत खराब देखकर मरीज को एम्बूलेंस में लिया और ऑक्सीजन दी। उसे लेकर जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय लेकर गए। जहां गेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने एन्ट्री ही नहीं दी। मरीज के रिश्तेदारों ने चिकित्सक को दिखाने की बात भी कही लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक हार कर मरीज के रिश्तेदारों ने मरीज को वापस घर छोड़ने की बात कही। इस पर एम्बूलेंस चालक सुखदेव सिंह ने उसे वापस घर छोड़ दिया। सुखदेव सिंह ने बताया कि ऐसा दिनभर ही होता रहता है। साथ ही सुख देव ने ये भी बताया कि इधर,उधर से ऑक्सीजन का इंतजाम कर रहे है। मरीज के रिश्तेदार ने कहा कि जेएलएन अस्पताल में बताया गया कि यहां कोई बेड खाली ही नहीं है। सेटेलाइट हॉस्पिटल ले जाओ, जब वहां पता किया तो वहां भी कोई ऑक्सीजन का इंतेज़ाम नही था। ऐसे में क्या करते, घर ही लेकर आ गए। अब इधर, उधर से ऑक्सीजन का इंतजाम कर रहें है।