परियोजना निदेशक के संरक्षण में प्रधानमंत्री आवास में जमकर भ्रष्टाचार
संवाददाता:—विकास तिवारी
अम्बेडकरनगर | विकास खण्ड जहाँगीरगंज अंतर्गत ग्राम पंचायत कल्यानपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसे परियोजना निदेशक राकेश प्रसाद स्वयं बढ़ावा दे रहे हैं ।मालूम हो जिलाधिकारी अम्बेडकर नगर को जनता दर्शन में ग्राम पंचायत कल्यानपुर के दो तिहाई से अधिक सदस्यों ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि जिनके पास पक्का आवास,दोपहिया चार पहिया वाहन है, ढाई एकड़ से अधिक कृषि भूमि है या जिनके पास पचास हजार रुपये से अधिक का किसान क्रेडिट कार्ड है ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी ऐसे अपात्रों को आवास के लिए चयनित कर उनको लाभ दे रहे हैं । दिनाँक 29-6-21 को ग्राम पंचायत सदस्यों ने खण्ड विकास अधिकारी जहाँगीरगंज को शिकायती पत्र दिया था जिसकी स्थलीय जाँच एडीओ आईयसवी हरिश्चन्द्र कौशिक द्वारा की गई थी जिसमे ग्राम पंचायत सदस्यों की शिकायत सही साबित पाई गई थी और ब्लाक से अपात्र व्यक्तियों के खाते में भेजी गई प्रथम किश्त पर रोक लगा दी गई थी परन्तु परियोजना निदेशक के एक पत्र का उल्लेख करते हुए ब्लाक से सभी अपात्रों के खाते से रोक हटाते हुए प्रथम किश्त जारी कर दी गई जबकि आज तक परियोजना निदेशक जाँच करने गांव मे नही पहुँचे हैं । इस सम्बन्ध में जब परियोजना निदेशक राकेश कुमार से सम्पर्क कर जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर शिकायत की जाँच के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जल्द ही गाँव पहुँचकर शिकायत की जाँच की जाएगी ।प्रश्न उठता है कि जब जिलाधिकारी के आदेश पर परियोजना निदेशक ने अभी तक जाँच नही किये तो अपात्रों के खाते में किश्त का पैसा कैसे भेजा जा रहा है जबकि खण्डविकास अधिकारी के आदेश पर हुई जाँच में शिकायत सत्य पायी गयी है। प्रधानमंत्री आवास में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने के बजाय परियोजना निदेशक भरस्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं बल्कि चिन्हित कुछ अपात्रों को प्रथम किस्त भी आवंटित हो गई है । ग्राम पंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी को दिए गये शिकायती पत्र में गाँव के कुछ लोगों को सुबिधा शुल्क लेकर दुबारा आवास आवंटित करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है ।जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सदस्यों की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए पूरी सूची की जाँच कर पात्र व्यक्तियों को आवास योजना का लाभ देने तथा अपात्र लोगों को दिए गए आवास की जाँच कर सम्बंधित लोगो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने व रिकवरी कराने का भरोसा दिया था परन्तु विभागीय उच्चा अधिकारी के संज्ञान में रहते हुए प्रधानमंत्री आवास में भ्रष्टाचार पनप रहा है जिससे आहत ग्राम पंचायत सदस्यों ने परियोजना निदेशक के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है ।