बाल विकास परियोजना कार्यालय पूर्णिया द्वारा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर दिनांक 01अगस्त से लेकर 07 अगस्त 2023 तक विश्व स्तनपान दिवस मनाया जा रहा है।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी श्रीमती रीना श्रीवास्तव (आईसीडीएस) के नेतृत्व में सभी सीडीपीओ एवं संबंधित कर्मियों द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर नवजात शिशु को स्तनपान कराने हेतु संबंधित माताओं एवं महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को सभी सीडीपीओ द्वारा महिलाओं के साथ आगनबाडी केन्द्रों पर बैठक आयोजित किया गया।
बैठक के दौरान स्तनपान कराने वाली माताओं से नवजात शिशु को जन्म के 1 घंटे के भीतर बच्चों को स्तनपान कराने की सलाह के साथ ही साथ जागरूक भी किया गया।
सभी उपस्थित माताओं को 6 माह तक अपने बच्चों को केवल मां का ही दूध देने एवं सेवन कराने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
सभी धात्री माताओं को बताया गया कि मां का पहला गाढ़ा पीला दूध (कोलोस्ट्रम) कहलाता है। वह बच्चों के लिए पहला टीका है और इस दूध में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है। यह बच्चों को डायरिया,निमोनिया एवं अन्य संक्रमण बीमारियों से बचाता है।
सभी माताओं को अपने बच्चों को बोतल और डब्बा बंद दूध से दूर रखना है। स्तनपान कराने वाली माताओं को नियमित रूप से आयरन फोलिक एसिड का सेवन करना चाहिए एवं पोषक आहार लेना चाहिए।
आहार में मोटे अनाज एवं हरी साग सब्जी को शामिल करना चाहिए। बोतल एवं डब्बा बंद दूध से प्रत्येक माताओं को अपने बच्चों को दूर रखना चाहिए। यह बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अत्यंत ही आवश्यक है।