बिहार:अभियान संचालित कर मंडल कारा के कैदियों को कराया गया डीईसी व अल्बेंडाजोल दवा का सेवन

अभियान संचालित कर मंडल कारा के कैदियों को कराया गया डीईसी व अल्बेंडाजोल दवा का सेवन

  • फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिहाज से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की सफलता महत्वपूर्ण
  • फाइलेरिया का इलाज संभव नहीं, संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये दवा सेवन जरूरी

कटिहार संवाददाता

फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन यानि एमडीए कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इस विशेष अभियान के तहत संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर लोगों को उम्र के हिसाब से निर्धारित डीईसी व अल्बेंडाजोल दवा का सेवन कराया जाना है। जिले के 30 लाख 75 हजार 383 लोगों को एमडीए कार्यक्रम के तहत दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान के पर्यवेक्षण के लिये जिले में 149 पर्यवेक्षक बहाल किये गये हैं । इसी क्रम में सोमवार को मंडल कारा कटिहार के कैदियों को डीईसी व अल्बेंडाजोल दवा का सेवन कराया गया। अभियान का नेतृत्व डीवीबीडीसीओ डॉ जेपी सिंह, वीडीसीओ एनके मिश्रा ने किया।

फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिहाज से एमडीए कार्यक्रम महत्वपूर्ण :

मंडल कारा के कैदियों को सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डीवीबीडीसीओ डॉ जेपी सिंह ने कैदियों को फाइलेरिया रोग के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर कष्टकारी रोग है। फाइलेरिया की वजह से हाथी पांव होने की स्थिति में इसका कोई इलाज नहीं है। संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये सरकार द्वारा हर साल सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम संचालित किया जाता है। इस साल 20 सितंबर से जिले में इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत दो साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं व गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को छोड़ कर सभी को दवा सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित है। मंडल कारा के अधीक्षक को सबसे पहले दवा सेवन कराते हुए मंडल कारा में अभियान की शुरुआत की गयी।

मंडल कारा सभी कैदियों को खिलायी जानी है दवा :

वीडीसीओ एनके मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि अभियान के तहत मंडल कारा के 1400 से अधिक कैदियों को दवा का सेवन कराया जाना है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहा जाता है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ, पांव या हाइड्रोसिल में सूजन के रूप में परिलक्षित होता है। किसी भी उम्र में लोग रोग के शिकार हो सकते हैं। रोग से बचाव को लेकर अपने आसपास के जगह को स्वच्छ बनाये रखना, साने के समय मच्छरदानी का उपयोग जरूरी है। उन्होंने कहा के मंडल कारा के सभी कैदियों को दवा खिलाया जाना है।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

महाराष्ट्र:समाज सेवक संदीप भाई संखे धूमधाम से मनाया गया जन्म दिवस

Mon Oct 4 , 2021
समाज सेवक संदीप भाई संखे धूमधाम से मनाया गया जन्म दिवसआज बोईसर कटकट पड़ा गणेश नगर की समाज सेवक संदीप भाई का धूमधाम से जन्म दिवस मनाया गया जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर हमारे बोइसर के समाज सेवको का जनसमूह उमर कर उनके कार्यालय में पहुंचकर पुष्पगुच्छ एवं शिवाजी […]

You May Like

Breaking News

advertisement