नगर परिषद नहीं हुआ अब तक ओडीएफ घोषित
डेहरी संवाददाता। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जहां लोगों को खुले में शौच से मुक्त करने की बात सरकार के द्वारा की जा रही है वहीं शहर में ओडीएफ की धज्जियां उड़ाई जा रही है। डेहरी डालमियानगर नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान की हवा निकल गई है और नगर परिषद का वेतन को अभी तक पूर्ण रूप से ओडीएफ घोषित नहीं किया गया है। सरकार 1 साल तक अभियान चलाकर लोगों से अपील किया था कि स्वस्थ रहने के लिए खुले में शौच ना करें। क्योंकि खुले में शौच करने से कई तरह की बीमारियां एवं महामारी के बैक्टीरिया फैलते हैं। आज कोरोना के संकट से पूरा विश्व जुझ रहा है और करोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। फिर भी नहीं तो प्रशासन की नींद खुल रही है और नहीं लोगों ही लोग ही सचेत हो रहे हैं । शहर के कई क्षेत्रों में आज भी खुले में शौच किया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर परिषद के द्वारा वैसे घरों को चिन्हित कर जिन घरों में शौचालय नहीं है उन घरों में शौचालय बनाने का कार्य किया है। परंतु सुबह शाम सड़कों के किनारे खुले में शौच करते लोग देखे जा रहे हैं। खुले में शौच करने से रोकने के लिए टास्क का भी गठन किया गया था। फिर भी खुले में शौच मुक्त नहीं किया जा सका है
बेकार पड़े हैं सामुदायिक शौचालय
नगर परिषद के द्वारा शहर के वैसे टोले एवं मोहल्लों में जहां के लोगों के पास शौचालय बनाने के लिए भूमि नहीं है एवं जो लोग सरकारी भूमि पर निवास करते हैं। वैसे लोगों के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है । परंतु निर्माण के बाद यह शौचालय उपेक्षित पड़ा हुआ है और बेकार साबित हो रहा है। कहीं शौचालय के दरवाजे उखड़ गए हैं तो कहीं शौचालयों का सीटी टूटी हुई है। कई जगह पर टंकी टूटी पड़ी है। पानी का भी शौचालय में अभाव है जिसके कारण इसकी सफाई नहीं हो पाती है और यहां गंदगी भरी लगी है। जिसके कारण लोग इसका उपयोग नहीं करते हैं।
निर्माण में बरती गई अनियमितता
सामुदायिक शौचालय के निर्माण मे अधिकारी एवं संवेदक के अनियमितता बरती गई है। प्राक्कलन के बिरूद् कार्य किया गया है। मानक के अनुसार सामग्री का प्रयोग किया गया है। जिसे निर्माण के साथ ही शौचालय ध्वस्त होने लगा है। पानी की भी पर्याप्त ब्यवस्था नही किया गया है। संडास सीट पाईप भी गुणवत्ता वाले नहीं है। जिसे वह शीघ्र ही टूट गया है।
कहते है लोग
कैनल रोड निवासी संजय राम महेश राम लक्ष्मीना देवी देवेंद्र कुमार ने बताया कि नगर परिषद द्वारा शौचालय बनाकर बना दिया गया है परंतु पानी की व्यवस्था नहीं की गई है । पानी के लिए चापाकल लगाए गए थे उसे चोर चुरा ले गए हैं । घटिया सीट लगाए जाने के कारण टूट गए हैं। कई शौचालय के दरवाजे भी टूट कर गिर गए हैं । जिसके कारण लोग सोचालय का उपयोग नहीं करते हैं और ना ही हमारे पास इसका कोई विकल्प है । अधिकारियों के द्वारा सामुदायिक शौचालय की मेंटेनेंस बारामती खुद यहां के लोगों के द्वारा कराने की बात कही जा रही है। शौचालयों की देखभाल के लिए स्थानीय स्तर पर कमेटी भी नहीं बनाई गई है।
कहते हैं अधिकारी
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक ने बताया कि सामुदायिक शौचालय की देखरेख उपयोग करने वाले लोगों को करना है उसका मेंटेनेंस भी उन्हीं को करना है। जहां भी गंदगी है उसके सफाई नगर परिषद कराएगी परंतु उपयोग करने वाले लोगों को भी जिम्मेवारी लेते हुए शौचालयों की संचालन ऐव मेंटेनेंस का कार्य में सहयोग करना चाहिए।