जोगबनी से इलाहाबाद वाराणसी के लिए वर्षों बंद हो चुकें प्रयाग एक्सप्रेस को दुबारा चलाने की मांग तेज
जोगबनी-कटिहार रेलखंड पर डीएमयू की जगह चलेगी पैसेंजर ट्रेनें
फारबिसगंज
काशी विश्वनाथ धाम कोरिडोर के शुभारंभ होने के साथ ही वर्षों पूर्व जोगबनी से इलाहाबाद के लिए प्रयाग एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन होता था जो बंद हो गया है इसे फिर से शुरू करने की मांग तेज हो गई है. फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी ने पूर्व मेंं चल रहे रेल मंत्री को पत्र लिखकर जोगबनी से इलाहाबाद के प्रयाग एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग कर चुके हैं. इस ट्रेन के परिचालन से नेपाल समेत इस इलाके के लोगों को देवों की नगरी इलाहाबाद वाराणसी आने जाने में लाभ मिलेगा.विधायक ने जोगबनी में फिट लाईन बनाने के की आवश्यकता पर बल दिया.रेलवे अधिकारियों की मानें तो एतिहासिक प्रयाग एक्सप्रेस ट्रेन का फिर से परिचित जोगबनी से करने की बात हमेशा से विधायकजी द्वारा किया जाता रहा है. छोटी लाइन के समय जोगबनी से सीधे इलाहाबाद के लिए ट्रेन का परिचालन होता था जो आमान परिवर्तन के कारण बंद कर दिया गया.जोगबनी- कटिहार रेलखंड पर डीएमयू ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को हो रही परेशानियों एवं इंटरसिटी एक्सप्रेस को जोगबनी से चलाने समेत रेलवे की समस्याओं से फारबिसगंज के बीजेपी विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी कई बार रेलवे के अधिकारियों के पास रख चुके हैं.अररिया, फारबिसगंज, जोगबनी समेत पड़ोसी देश नेपाल से पटना का सीधा संपर्क हो जाएगा. विधायक ने कहा जोगबनी-कटिहार रेलखंड पर डीएमयू ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. खास कर के छात्रों को परीक्षा देने के लिए पूर्णिया, कटिहार जाने में काफी जिल्लत झेलनी पड़ती है.पुरानी पैसेंजर ट्रेनों में 10-12 डिब्बे हुआ करतें थें. 120 किमी की यात्रा लोगों को डीएमयू ट्रेनों के कारण खड़े होकर सफर करना पड़ता है. डीएमयू ट्रेनों के परिचालन से रेलवे को भी राजस्व की छती हो रही है. नेपाल समेत इस इलाके के लोगों को देश के अन्य हिस्सों में जाने के लिए कटिहार जा कर ट्रेन पकरना पड़ता है.डीएमयू ट्रेन में परिवार को लेकर यात्रा करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है