जमीन व सारी सुविधाएं सरकार द्वारा उपलब्ध होने के बावजूद एमबीआईटी कॉलेज है प्राइवेट
अररिया
फणीश्वरनाथ रेणु समाज सेवा संस्था के सचिव सह सामाजिक कार्यकर्ता दक्षणेश्वर प्रसाद राय पप्पू ने एमबीआईटी कॉलेज फारबिसगंज में हो रहे कथित धांधली को उजागर करते हुए कहा है कि एमबीआईटी कॉलेज को बियाडा द्वारा जमीन दी गई है। जिसका लॉन वर्तमान समय में ब्याज सहित 65 लाख है तो वहीं स्टेट बैंक द्वारा 12 करोड़ भवन निर्माण मद में दिया गया। जो राशि बढ़कर अबतक 18 करोड़ के आस पास है। वहीं सात निश्चय योजना के तहत छात्र को स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत मिल रहे करोड़ों के लॉन की राशि का भी जमकर दुरूपयोग किया गया है। इस संस्थान में आर्थिक तंगी के कारण मध्यमवर्गीय व गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ रहे हैं। जिनके साथ जानवर जैसा सलूक किया जाता है। आश्चर्य है की इतनी बडी सरकारी राशि का डिफाल्टर होने के बाद भी अमित दास व सुजीत दास इस संस्थान के मालिक कैसे हो सकते हैं। पप्पू का कहना है कि कॉलेज में सब कुछ सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने के बाद बाद भी यह निजी कॉलेज है, जो आश्चर्य की बात है। सरकार को तीन सदस्यों की एक कमेटी बनानी चाहिए जिसमें एक सामाजिक कार्यकर्ता, प्रधानाचार्य, और सरकार की तरफ से एक प्रशासनिक पदाधिकारी हो तभी संस्थान द्वारा हो रहे शोषण और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया की ऐसा कर्नाटक सरकार कर चुकी है। सरकार को इसके प्रति गंभीर होना होगा। साथ हीं यहाँ के जनप्रतिनिधियों को भी इस मुद्दे पर सरकार व प्रशासन से बात करनी होगी तभी गरीब व पिछड़े छात्र को न्याय मिल पाएगा और एक बेहतर शैक्षणिक माहौल भी स्थापित किया जा सकेगा।