भक्त शिरोमणि हैं श्रीहनुमानजी महाराज : आचार्य विमल कृष्ण पाठक

सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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वृन्दावन : रुक्मिणी विहार/तेहरा रोड़, श्याम तपोवन कॉलोनी स्थित भागवताश्रय में भागवत कथा परिवार द्वारा चल रहे चौदहवें सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव के तीसरे दिन व्यास पीठाधीन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत रत्न पण्डित विमल कृष्ण पाठक महाराज ने समस्त भक्तों-श्रद्धालुओं को सृष्टि की रचना (ब्रह्माजी का जन्म), मनु-सतरूपा, ध्रुव चरित्र, प्रह्लाद चरित्र, नरसिंह अवतार, बलि चरित्र और समुद्र मंथन आदि की कथा श्रवण कराई।
इससे पूर्व श्रीहनुमद् आराधन मण्डल (रजि.) के द्वारा संगीतमय सुन्दर कांड का सामूहिक पाठ किया गया।साथ ही श्रीहनुमानजी महाराज की आरती की गई।
भागवताश्रय के संस्थापक पण्डित विमल कृष्ण पाठक महाराज एवं पण्डित केशव पाठक ने कहा कि श्रीहनुमानजी महाराज भक्ति शिरोमणि हैं।कलिकाल में श्रीहनुमानजी की आराधना के बिना भगवान श्रीरामजी की भक्ति प्राप्त कर पाना असम्भव है।
श्रीहनुमद् आराधन मण्डल के अध्यक्ष पण्डित अशोक व्यास एवं कोषाध्यक्ष आचार्य विपिन बापू महाराज ने कहा कि श्रीहनुमानजी महाराज समस्त सद्गुणों की खान हैं। उनमें वीरता, स्वामी भक्ति, बुद्धि-ज्ञान आदि का भंडार है।जो व्यक्ति जिस कामना से उनकी पूजा-अर्चना करता है,उसकी कामना वे निश्चित ही पूर्ण करते हैं।
प्रख्यात साहित्यकार “यूपी रत्न” डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं भागवताचार्य सुमंत कृष्ण महाराज ने कहा कि सुंदरकांड का पाठ सभी बाधाओं को दूर करने वाला है।इस पाठ को करने से श्रीहनुमानजी महाराज शीघ्र ही प्रसन्न होकर भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करते हैं।
महोत्सव में डॉ. रामदत्त मिश्रा, आचार्य शिवांश भाई मिश्र, आचार्य धर्मवीर शास्त्री, आचार्य ऋषि तिवारी, भागवताचार्य गोपाल भैया, आचार्य विनय त्रिपाठी, कार्ष्णि सुनील महाराज, रासाचार्य स्वामी भगवत व्यास, स्वामी रामशरण शर्मा, आचार्य नेत्रपाल शास्त्री, आचार्य देवेन्द्र उपाध्याय, आचार्य सतीश पाराशर, डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य बालकृष्ण सारस्वत, पण्डित हरिहर मुद्गल, आचार्य बृजेन्द्र भाई कौशिक, आचार्य विपिन शास्त्री आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।तत्पश्चात सन्त, विप्र, ब्रजवासी सेवा एवं वृहद भंडारा भी हुआ।




