कुरुक्षेत्र के 85 वर्षीय किसान धर्मपाल कालड़ा आधुनिक कृषि तकनीक से ले रहे हैं लाभ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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आलू की आधुनिक तकनीकों के बारे में कृषि वैज्ञानिक डा. सी बी सिंह ने किया मार्गदर्शन।
कुरुक्षेत्र, 23 जनवरी :- कृषि की आधुनिक एवं नवीनतम तकनीकों को अपना कर युवा तथा नई पीढ़ी के किसान ही लाभान्वित नहीं हो रहे हैं बल्कि वयोवृद्ध किसान भी कृषि की वैज्ञानिक तकनीकों को अपना रहे हैं। ऐसे ही कुरुक्षेत्र के 85 वर्षीय किसान धर्मपाल कालड़ा हैं जो आधुनिक कृषि की तकनीकों से खुद ही लाभ नहीं ले रहे बल्कि अन्य किसानों को भी लाभ पहुंचा रहे हैं। पिछले 40 वर्षों से सम्पर्क में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सी बी सिंह जब उनके खेतों में निरीक्षण करने पहुंचे तो धर्मपाल कालड़ा ने बताया कि वे आधुनिक सीड प्लाट तकनीक से आलू के बीज बना कर खुद तो खेती कर रहे हैं साथ ही अन्य किसानों को भी दे रहे हैं। डा. सी बी सिंह ने बताया कि किसान आलू की उन्नत किस्म और अधिक उपज के लिए महंगे दामों पर बीज खरीदता है लेकिन वयोवृद्ध किसान धर्मपाल कालड़ा दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने बताया कि इनके पास 60 एकड़ से अधिक जमीन है। जिसमें वे 14 एकड़ में अगेती कुफरी पुखराज किस्म के आलू की फसल उखाड़ कर बेच भी चुके है तथा अब इन्होने 40 एकड़ में डायमंड किस्म का आलू लगाया है। डा. सिंह ने बताया कि अब धर्मपाल कालड़ा की इस फसल के बाद सूरज मुखी की फसल लगाने की योजना है। डा. सिंह ने कहाकि अन्य किसानों को भी कालड़ा से प्रेरणा लेकर कृषि आधुनिक तकनीकों को अपनाना चाहिए। अगर किसान सही तकनीक से खेती करेंगे तो वे अधिक लाभ ले सकते हैं। आधुनिक तकनीक से किसानों का खेती पर खर्चा भी कम होगा। नुकसान की संभावनाएं भी कम होंगी।
85 वर्षीय किसान धर्मपाल कालड़ा के साथ वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सी बी सिंह खेतों में निरीक्षण करते हुए।