रिपोर्ट पदमाकर पाठक
केन्द्र व प्रदेश में तानाशाही की सरकार चल रही है – राजेश यादव प्रदेश उपाध्यक्ष आप
आजमगढ़। कृषि कानून के विरोध में लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे चार किसानों की केन्द्रीय राज्यमंत्री के काफिले की गाड़ी से रौद कर हत्या कि गयी। इन किसानों के आश्रितों को मुआवजा व मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर सोमवार को आम आदमी पार्टी ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
आप प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहाकि केन्द्र व प्रदेश में तानाशाही की सरकार चल रही है। ऐसे कांड होने पर सरकार विपक्ष को नजरबंद कर रही है। यह सरकार लोकतन्त्र का गला घोंटने पर आमादा है। तीनो काले कानूनो को वापस लेने के लिए किसान पिछले दस महीने से धरने पर बैठे है लेकिन सरकार उनकी नहीं सुन रही। उन्होने कहाकि जो कृषि कानून बनाये गये है उसमें पूंजीपतियों को फसलों के असीमित भंडारण के अधिकार दिये गये है। सरकार के इस फैसले से किसानों का हित होने वाला नहीं है।इससे जमाखोरी व काला बाजारी बढ़ेगी।
जिलाध्यक्ष रविन्द्र यादव ने कहाकि चार किसानों की केन्द्रीय राज्य मंत्री के काफिले की गाड़ी से रौंद कर सुनीयोजित तरीके से हत्या कि गयी। अभी तक किसी दोषी को गिरफ्तार नहीं किया गया। किसान उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी।लेकिन सत्ताधारियों को उनका प्रदर्शन रास नहीं आया। जो कृषि कानून बने है, किसान चाह कर भी अपनी खेती अपने मनमाफिक नहीं कर सकेगा।इस कानून से किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल पाना संभव नहीं दिख रहा। इसी को लेकर किसान कई महीने से धरने पर बैठे है।
इस अवसर पर जिला महासचिव इसरार अहमद, अन्नू राय, विरेन्द्र यादव, शिवकुमार, सुनील यादव, हरिराम यादव, नुरूज्जमा, गोविन्द दूबे, रामसतन पटेल, डा. डीडी सिंह, तनवीर रिजवी, चन्द्रशेखर यादव, अजय यादव, बाबूराम यादव, दुर्गेश, रमेश यादव, सुनील कुमार, धीरेन्द्र निराला, सुमन जैसवार, अबिराज, अनुराग यादव, गुड्डू जमाली, हिमांशु, प्रमोद कुमार, अभिषेक, संतोष सिंह, प्रद्युम्न सिंह आदि मौजूद रहे।