अररिया के सदर अस्पताल में दीदी की रसोई का संचालन शुरू
-जिलाधिकारी व जिला पुलिस अधीक्षक ने किया दीदी की रसोई का किया विधिवत शुभारंभ
-डीएम ने निर्धारित समय पर रसोई का संचालन शुरू कराने के लिये जीविका व स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रयास को सराहा
-राज्य सरकार द्वारा जीविका को सौंपी गयी नयी जिम्मेदारी के सफल निवर्हन का डीएम ने जताया भरोसा
अररिया संवाददाता
सदर अस्पताल में दीदी की रसोई का संचालन मंगलवार से शुरू हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये रसोई का उद्घाटन किये जाने के बाद जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने विधिवत रूप से रसोई का संचालन शुरू कराया। रसोई का संचालन निर्धारित समय पर शुरू कराने को लेकर उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी व जीविका की पूरी टीम के प्रयासों का सराहा। उन्होंने रसोई में बने व्यंजनों का स्वाद चखा व इसके लिये जीविका दीदी के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी सहित जिला पुलिस अधीक्षक हृदयकांत, सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज, डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ, डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा सहित अन्य ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने किया।
सामाजिक बदलाव में महत्वपूर्ण साबित हो रही है जीविका की भूमिका :
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सदर अस्पताल में हर दिन बड़ी संख्या में दूर दराज के मरीजों का आना होता है। विभिन्न रोग से ग्रसित मरीज सहित प्रसव पीड़िताओं को संतुलित भोजन उपलब्ध कराना हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है। पहले यह काम आउटसोर्सिंग की मदद से किया जाता था। लेकिन इनकी सेवाओं को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते रहे हैं। भोजन की गुणवत्ता व कम मात्रा में भोजन परोसे जाने की शिकायत दूर करने के लिये राज्य सरकार ने सभी सदर व अनुमंडल अस्पतालों में दीदी की रसोई के संचालन का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि जीविका शुरू से ही महिला सशक्तिकरण के माध्यम से सामाजिक बदलाव में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाता आ रहा है। लिहाजा अस्तपाल के मरीज व उनके परिजनों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के इस कार्य का भी जीविका के माध्यम से सफल संचालन का भरोसा उन्होंने जताया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने कहा कि महिलाओं का शिक्षित व समृद्ध होना परिवार व समाज के सर्वांगीण विकास के लिये जरूरी है। इस कार्य में जीविका आज अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। सरकार ने जीविका दीदियों पर जो नई जिम्मेदारी सौंपी है। इसके सफल निवर्हन का उन्होंने भरोसा जताया।
रसोई के बेहतर संचालन के लिये दीदियों को दिया गया जरूरी प्रशिक्षण :
रसोई के संबंध में जानकारी देते हुए जीविका की डीपीएम अनुराधा चंद्रा ने कहा रसोई में एक हेड कुक, एक अकांउटेंट, एक कंस्लटेंट व एक हेल्पर नियुक्त किये गये हैं। केरल के कुटुमश्री की ओर से इन दीदियों को जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। दीदियों का चयन उनकी क्षमता व रुचि के आधार पर किया गया है। फिलहाल रसोई का संचालन सभी 7 दीदियों से शेयर कैपिटल के रूप में प्राप्त 20-20 हजार रुपये से किया गया है। इसके अलावा परियोजना की ओर से भी आर्थिक मदद की गयी है। इससे दीदियों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण को बढ़ावा मिलने का भरोसा उन्होंने जताया। उन्होंने कहा कि इसका संचालन दीप जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ की जीविका दीदियों के माध्यम से किया जा रहा है।
कार्यक्रम में थे मौजूद :
दीदी की रसोई के शुभारंभ के मौके पर जीविका जीविका के बीपीएम अररिया तौहीद काजमी, प्रबंधक गैर-कृषि श्रवण कुमार झा, प्रबंधक क्रय धर्मवीर कुमार, प्रबंधक संचार नारायण कुमार, प्रबंधक पशुधन डॉ दीपक, प्रबंधक वित्तीय समावेशन ललित कुमार प्रसाद, एसजेवाई नोडल प्रशांत कुमार, एलएचएस वेदिका कुमारी, एसी विश्वनाथ हलदर, सीसी रवि, ज्ञान किशोर, माधव, नीलू मुर्मू, प्रिया रानी, शुभंती सहित अन्य जीविका कर्मी मौजूद थे।