![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2022/09/IMG-20220920-WA0069-1024x767.jpg)
रिपोर्ट पदमाकर पाठक
जनपद में वृहद पोषण अभियान जारी- डीपीओ
स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण में जागरूक कर महिलाओं तथा बच्चों को किया जा रहा सुपोषित
आजमगढ़। राष्ट्रीय पोषण माह अभियान की गतिविधियों के तहत जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण के प्रति ग्रामीणों की सहभागिता से उन्हें जागरूक किया जा रहा है। कुपोषण से सुपोषण की ओर आगे बढ़ने के लिए जनभागीदारी बहुत जरूरी है। इस उद्देश्य से घर-घर तक सुपोषण के संदेश दिये जा रहे हैं। डीपीओ ने बताया कि जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन एवं लंबाई के अनुसार माप कर कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है। गर्भवती व धात्री महिलाओं को पौष्टिक भोजन के प्रति व्यापक रूप से जागरूकता करने के लिए जिले के 5588 केन्द्रों पर राष्ट्रीय पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है। बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) महाराजगंज रीता सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सुपोषण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही लोगों को भी कुपोषण मुक्ति के अभियान से जोड़ा जा रहा है। पहले की अपेक्षा महिलाएं जागरूक हुई हैं। उन्होंने कहा, बालिकाओं को भी पोषण का महत्व समझाया जा रहा है। इससे आने वाली स्वस्थ रह सकेंगी। लोगों को बच्चों को गोद लेने और उन्हें स्वस्थ बनाने के लिए भी आगे आना होगा। इसमें स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण मुख्य संदेश हैं। ब्लॉक में 228 केंद्र हैं। इसमें 5 वर्ष तक के बच्चे कुल 23666 हैं। इसमें पोषित अति कुपोषित लाल श्रेणी के 357 बच्चे, मध्यम कुपोषित पीले श्रेणी के 347 बच्चे तथा सामान्य श्रेणी के कुल 1307 बच्चे हैं। राष्ट्रीय पोषण माह का मुख्य उद्देश्य बच्चों, गर्भवती व धात्री माताओं के उचित पोषण के प्रति जन जागरूकता करना है। साथ ही इस दौरान गर्भवती, कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पुष्टाहार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है ताकि गर्भ में पल रहें बच्चे एवं नवजात बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास में बाधा न हो सकें। साथ ही आँगनबाड़ी द्वारा गृह भ्रमण के दौरान गर्भवती को सेव, केला, अनार मौसमी फल के साथ ही हरा साग आहार में शामिल करें, दाल, सोयाबीन, साबूत अनाज साथ ही विटामिन सी युक्त मौसमी सब्जियां व नींबू, आंवला, संतरा, अंगूर अदि खाने चाहिए। हरी सब्जियों में पालक, बथुआ, सोया, मेथी, सहजन व लौकी, तरोई आदि के प्रयोग की जानकारी दी जा रही है।
बालक रितेश 6 महीने का है माता रेनू ने बताया कि अप्रैल माह में वजन (3.5किलोग्राम) अति कुपोषित था। आंगनबाड़ी दीदी की निगरानी में रहने के बाद अगस्त माह के टीकाकरण के दौरान (9.00 किलोग्राम) हुआ आज बच्चा बिलकुल स्वस्थ है। दीदी घर में आकर बच्चे के पोषण के संबंध में जानकारी दीं साथ ही घर के बाहर किचन गार्डन के बारे में बतायी। बीज भी दी तथा साग सब्जी लगाने के लिए प्रेरित किया। गाँव महाराजगंज की सुनीता जिसका गर्भकाल 7 महीने का है। उन्होने बताया कि आंगनबाड़ी हमें केंद्र लेकर गई और मेरा वजन किया गया। अगस्त माह में मेरा वजन 46 किलो था। साथ ही हीमोग्लोबिन 8% होने से दीदी हमें नियमित स्वास्थ परीक्षण कर रही हैं। और वीएचयसएनडी में जांच और वजन 52 किलो हुआ है। केंद्र से आयरन की गोलियां दी गई हैं, नियमित सेवन करते हैं। दीदी ने बताया कि इस दौरान हरी सब्जी, फल तथा दूध खाने की जानकारी दी है। पोषण पोटली भी देती हैं अब पहले से ज्यादा ठीक महसूस कर रही हूँ।