भारतीय योग को जीवन में सकारात्मकता लाने और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है । योग दिन को मनाने का उद्देश्य योग के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ तनाव मुक्त करना भी है। इस बार कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और आयुष मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को डिजिटल मंच पर मनाने का निर्णय लिया है।आयुष मंत्रालय के मुताबिक 21 जून को सुबह 7 बजे लोग डिजिटल प्लेटफार्म पर योग दिवस के समारोह में शामिल हो सकेंगे। सभी लोगों से अपील की गयी है कि वह घर पर ही योग करें।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उप्र) के मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्यक्ष ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, जिला स्वास्थ्य समितियों के अध्यक्षों को पत्र भेज कर 21 जून को घर पर ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजित किये जाने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं। पत्र में अपर सचिव एवं मिशन निदेशक (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं केन्द्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय) वंदना गुरनानी के हवाले से कहा गया है कि कोविड संक्रमण के चलते वर्तमान में किसी भी प्रकार का सामूहिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाना है, इसलिए इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन का प्रचार प्रसार व जनसमुदाय द्वारा घर बैठे भागीदारी करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम जैसे यूट्यूब, ट्विटर फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि का उपयोग किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को घर पर मनाने के लिए आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा योग एंड कॉमन योग प्रोटाकॉल आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोगों द्वारा कार्यक्रम में अपने घर से ही सहभागिता किये जाने की अपेक्षा की गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विनोद कुमार का कहना है कि योग शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने का माध्यम है । योग के माध्यम से मनुष्य अपने मन पर नियंत्रण रखकर जीवन में सफल हो सकता हैं । मन अगर अशांत है या शरीर की क्रियाशीलता कम हो गई तो इसके लिए आपको अपने जीवन का कुछ वक्त योग को समर्पित करना चाहिए। जिससे आप न सिर्फ स्वस्थ रहेंगे बल्कि अंदुरुनी शांति से भी जुड़ सकेंगे। जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) दीपक राय ने बताया कि इस बार घर पर ही कोरोना की बजह से योग दिवस मनाया जायेगा लेकिन जनपद में क्रियाशील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सम्बन्धित चिकित्साधिकारी द्वारा योग दिवस के बारे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जानकारी दी जाएगी | कब से हुई शुरुआत आज से छह साल पहले 21 जून 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। इस साल कोरोना काल के दौरान दुनिया सातवां योग दिवस मना रही है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने को मान्यता दी थी इस घोषणा के बाद अगले साल यानी 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा |