![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2022/03/IMG-20220311-WA0046.jpg)
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।दूरभाष – 9416191877
संतुलित आहार, व नियमित व्यायाम, सैर से रह सकते हैं स्वास्थ्य।
हिसार :- क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) के कारण किडनी खराब होने के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों में इससे जुड़ी जानकारी का होना बहुत जरूरी है मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग ने आज इससे जुड़ा एक जन जागरूकता सत्र का आयोजन किया।
मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग के नेफ्रोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन के प्रमुख कंसल्टेंट डॉ. मनोज अरोड़ा, मैक्स हॉस्पिटल के ही सीनियर कंसल्टेंट डॉ. योगेश छाबड़ा, व यूरोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट के निदेशक और सर्जन डॉ. वाहिद ज़मान बताते हैं कि पिछले एक दशक में सीकेडी से पीड़ित मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है और यह लगातार तेजी से बढ़ रही है। भारत में किडनी रोग बढ़ने वाले कारकों में डायबिटीज और हाइपरटेंशन प्रमुख वजह है जिस कारण सीकेडी के 60 फीसदी से ज्यादा मामले बढ़े हैं और जिस खतरनाक तेजी से यह बढ़ रहा है उससे लगता है कि इन मामलों का विस्तार और तेजी से होगा।
किडनी खराब होना या क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) एक प्रगतिशील रोग है जो रक्त से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को छानने में किडनी असमर्थ रहने के कुछ समय बाद इस स्थिति तक पहुंच जाती है।
हालांकि इस स्थिति तक पहुँचने से पूर्व अगर हम प्रतिदिन संतुलित आहार, व नियमित व्यायाम, 30 से 45 मिंट की सैर करेंगे तो स्वास्थ्य जीवन व्यतीत कर सकेंगे। इस के अलावा धूम्रपान व मदिरापान का भी हमें विशेष ध्यान रखना होगा। इसी के साथ साथ नियमित जांच करवाते रहना चाहिए।