मकान निर्माण के लिए बेसमेंट की खुदाई के दौरान बगल के दो मंजिला मकान गिरा मची सनसनी बाल बाल बची परिवार की जान
मेंहनगर कस्बा के संतकबीर नगर मोहल्ला में मकान निर्माण के लिए बेसमेंट की खुदाई के दौरान बगल में स्थित दो मंजिला मकान शनिवार की दोपहर को अचानक ढह गया। उक्त मकान मालिक के परिजन एक दिन पूर्व गांव चले गए थे। जिसके चलते हादसे में पूरा परिवार बाल-बाल बच गया। इस घटना में 50 लाख से अधिक की क्षति होना बताया जा रहा है। घटना की खबर पाकर मौके पर पुलिस के साथ सम्बंधित अधिकारी भी पहुँच गए। जानकारी अनुसार मेंहनगर थाना क्षेत्र के पटना गांव निवासी प्रभात दूबे पुत्र स्व. वीरेंद्र दूबे मेंहनगर कस्बा के तहसील रोड पर स्थित संतकबीर नगर में मोहल्ले में दो मंजिला मकान बनाकर रहते थे मकान के भू तल पर उन्होंने बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान किया हुआ है। उनके दुकान के बगल में ही मेंहनगर क्षेत्र के करौती गांव निवासी सुरेंद्र सिंह पुत्र रामनरेश सिंह ने बैनामा में लिए गए भूमि पर पिछले तीन दिन से मकान निर्माण के लिए बेसमेंट की खुदाई का कार्य करा रहे थे। शनिवार की दोपहर को लगभग दो बजे बेसमेंट की खुदाई के दौरान अचानक प्रभात दूबे का दो मंजिला मकान ढह गया। प्रभात के परिवार के लोग एक दिन पूर्व घर पर ताला बंद कर पटना स्थित अपने गांव गए हुए थे। लोगों का कहना है कि प्रभात के परिजनों के गांव चले जाने की वजह से इस हादसे में उनके परिजन बाल-बाल बच गए। मकान ढहने से प्रभात की 50 लाख से अधिक की क्षति होना बताया जा रहा है घटना की खबर पाकर मौके पर मेंहनगर तहसीलदार रानी गरिमा जायसवाल, लेखपाल विपिन पांडेय, मेंहनगर थाना के दारोगा आसिफ खान, उदयराज सिंह, प्रमोद यादव पहुंच कर जांच पड़ताल किये। पुलिस व प्रशासिनक अधिकारी दोनों पक्ष को थाना लेकर गई। मेंहनगर नगर पंचायत कार्यालय के वरिष्ट लिपिक अशोक दूबे से पूछे जाने पर बताया कि सुरेंद्र सिंह का नक्शा पास था, लेकिन बेसमेंट के लिए लिखित रूप से उन्हें मना किया गया है। नगर वासियों का कहना है कि तीन दिन से बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, अगर नपा के कर्मचारी देखे होते तो इतना बड़ा हादसा होने से बच जाता।