मुख्य पार्षद चुनाव को ले बढ़ी उत्सुकता
फारबिसगंज (अररिया) से अमित ठाकुर
फारबिसगंज नगरपरिषद की 19वीं मुख्य पार्षद कौन बनेगी, इस बात को लेकर अब शहरवासियों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। हालांकि, फारबिसगंज नप के निवर्तमान मुख्य पार्षद चंदा जायसवाल के खिलाफ अविश्वास लगाए जाने का खेल पिछले माह से ही शुरू है लेकिन, इन दिनों उत्सुकता इसलिए बढ़ती दिख रही है कि अविश्वास लगाए जाने के लम्बे समय के बाद नए मुख्य पार्षद के चुनाव हेतु चुनाव आयोग द्वारा 1 अक्टुबर की तारिख मुकर्रर की गयी है। बताया जाता है कि चुनाव आयोग के द्वारा अररिया जिला पदाधिकारी को चुनाव करवाने हेतु दिशा-निर्देश भेजा गया है जिसमे अपर समाहर्ता को चुनाव करवाने हेतु नियुक्त किया जाना है। वहीं एक निर्धारित समय के अंदर तय चुनाव तिथि से सभी वार्ड पार्षदों को अवगत कराना है। चुनाव के दिन ही नए मुख्य पार्षद का शपथ ग्रहण भी करवाया जाएगा। वहीं नए मुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि आ जाने के बाद सूत्र जैसा बता रहे हैं कि लगभग एक दर्जन से अधिक पार्षद सैर के लिए अन्य राज्यों की ओर निकल पड़े हैं। बताया जाता है कि वार्ड पार्षदों का एक बड़ा खेमा मुख्य पार्षद के एक प्रबल दावेदार के साथ के साथ गोलबंद है और यह गोलबंदी क्या आने वाले 15 दिनों तक कायम रहेगा, इस मामले में शत-प्रतिशत कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगा। क्यूंकि, बताया जा रहा है कि नगरपालिका एक्ट में बाद में हुए संशोधन के तहत निवर्तमान मुख्य पार्षद भी इस चुनाव में उम्मीदवार हो सकती हैं। मजेदार बाद यह है कि शहर के बुद्धिजीवी इस चुनाव में कोई खास दिलचस्पी नही ले रहें उनका साफ तौर पर कहना है कि कोई बने शहर की सूरत बदलने वाली नही है। हालांकि, नए मुख्य पार्षद के कार्य करने का रुतबा कैसा होगा यह तो समय ही बताएगा। बहरहाल, सह और मात के इस खेल में सेहरा किस के सिर बंधेगा यह आना वाला समय ही बता पाएगा।
फोटो कैप्शन – फारबिसगंज नगरपरिषद।