वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा भगवान शिव पार्वती नंदन की शरण में मिलती है हर संकट से मुक्ति।
कुरुक्षेत्र, 26 मई : मारकंडा नदी के तट पर स्थित श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में रविवार को भगवान शिव और माता पार्वती नंदन भगवान श्री गणेश की अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में विशेष पूजा एवं अनुष्ठान किया गया। इस मौके पर भगवान शिव के परम भक्त ऋषि मारकंडेय का भी रविवार होने के कारण पूजन एवं अभिषेक किया गया। भगवान श्री गणेश एवं ऋषि मारकंडेय से सर्वकल्याण की कामना की गई। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकट चतुर्थी मनाई जाती है। ज्येष्ठ में ही इस दिन एकदंत संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। महंत जगन्नाथ ने कहा कि सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। हर महीने में दो चतुर्थी तिथि होती है। एक कृष्ण और दूसरी शुक्ल पक्ष में। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि रविवार 26 मई को आई है। इसी लिए एकदंत संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि श्री गणेश जी एवं भगवान शिव की पूजा करने से व्याप्त सभी दुख और संताप खत्म हो जाते हैं। विधि-विधान से गणेश जी की कृपा से सारी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है। इस मौके पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी पृथ्वी पुरी, बिल्लू पुजारी, निशान सिंह, कुलविंदर कौर, हरविंदर सिंह, गुरप्रीत कौर, गुरसीपत कौर, मोहन लाल, हुकमी देवी, शांति देवी, रविंद्र सैनी, बलजीत गोयत, प्रीतो राणा, सुमन इत्यादि भी मौजूद रहे।
श्री गणेश संकट चतुर्थी पूजन उपरांत महंत जगन्नाथ पुरी एवं श्रद्धालु अभिषेक करते हुए।