छोटे से गांव मुरैया से बुजुर्ग स्थापना दिवस का शुभारंभ
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गांव को आत्मनिर्भर एवं मॉडल बनाने की एक पहल की शुरुआत*
✍️ कन्नौज रिपोर्टर प्रशांत त्रिवेदी
कन्नौज। मॉडल गाँव प्रोजेक्ट भारत के सभी गाँवों को आत्मनिर्भर एवं मॉडल गाँव बनाने की एक पहल है। गाँव वालों को विकास के प्रति जागरूक करने के लिए विलेज मैनिफेस्टो के माध्यम से 25 विकास-बिंदुओं पर अनेकों गाँव में कार्य किया जा रहा है। इसी प्रयास के तहत, ग्राम मुरैया बुजुर्ग में स्थापना दिवस मनाया गया, जो कि विलेज मैनिफेस्टो में दिए 25 विकास के मुद्दों में से एक है। स्थापना दिवस का उददेश्य गाँव के इतिहास के प्रति गाँव वालों को जागरूक करना, गाँव वालों के बीच एकता और साथ मिलकर रहने की भावना उत्त्पन्न करना तथा गाँव की बिखरी शक्ति को एकत्रित कर, गाँव विकास में लगाना है | स्थापना दिवस का आयोजन श्री हरिनाथ सिंह कुशवाहा (ग्राम प्रधान – मुरैया बुजुर्ग ), मॉडल गाँव टीम और समस्त मुरैया बुजुर्ग वासियों के सहयोग से किया गया | स्थापना दिवस समारोह में प्रोफेसर देवाशीष दास गुप्ता, प्रोफेसर लखनऊ, डा हीरा लाल आईएएस, एडिशनल मिशन डायरेक्टर, नेशनल हेल्थ मिशन। मानद सलाहकार मॉडल गाँव, मुनीश सीजीएम नाबार्ड) – अध्यक्ष, मॉडल गाँव के साथ – साथ प्रशासनिक अधिकारियों और समस्त ग्रामवासियों ने प्रतिभाग किया | मॉडल गांव प्रोजेक्ट के मानद सलाहकार आईएएस डॉ हीरालाल ने इस आयोजन को खूब सराहा और ग्राम मुरैया बुजुर्ग के लोगों को मिलकर आगे बढ़ने के तरीके बताये उन्होंने कहा कि जन सहभागिता से काम आसान हो जाता है | प्रोफेसर देवाशीष ने ग्रामवासियों को धनी बनने के मूलमंत्र बताये उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार अपनी आय को दोगुना किया जा सकता है। मुनीश ने गांव की महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को मार्केट प्रदान करने पर चर्चा की और गांव के किसानों की आय में वृद्धि करने के तरीकों पर चर्चा की । आपसी तालमेल और सहयोग से भव्य समारोह का उत्साहजनक आयोजन किया गया । छोटे बच्चों ने अनेकों पोस्टर एवं झांकियां संपूर्ण गाँव में लगायीं। गाँव के युवाओं ने सभी गांव वासियों को एकत्रित किया, भोजन एवं भीड़ प्रबंधन और तैयारियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाओं ने अपने हाथों से बने गृह सजावट के सामान एवं अनेकों वस्तुओं का प्रदर्शन किया। इन सभी वस्तुओं के निर्माण में आमतौर से घर में पाई गयी बेकार पड़ी चीज़ों का इस्तेमाल किया गया। मुरैया बुजुर्ग में पहली बार ऐतिहासिक स्थापना दिवस मनाया गया यह कन्नौज जनपद में नयी पहल है |इस कार्यक्रम से गाँव वालों मे आपसी सहयोग और समन्वय मजबूत हुआ |सभी गाँव वालों ने मिलकर पूरे गाँव की सफाई की और सहभागिता से स्वछता का प्रदर्शन किया | सभी गाँव वालों ने मिलकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया | गाँव के कलाकारों को हुनर दिखाने और निखारने का मंच मिला | गाँव की महिलाओं ने स्वयं निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई। इन वस्तुओं को बाज़ार प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। सभी गाँव वाले गाँव विकास का सपना देखने लगे और इसके बारे में सोचने लगे |गाँव में उत्पन्न सामानों को बेचने के लिए प्रयास शुरू किया गया | यह एक बड़ा कदम है | सभी के चेहरे पर खुशहाली और मुस्कान, जोश, सहयोग देखने लायक था | पूरा गाँव आपसी मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर आकर, एक स्वर में गाँव विकास का नारा लगा रहा था | डिजिटल नेम प्लेट के नवाचारी कार्य का उदघाटन हुआ।