स्थान- मालधन,रामनगर (उत्तराखंड)
रिपोर्टर जफर अंसारी
मालधन में हाथियों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा है। किसानों को विभाग जल्द मुआवजा देने की बात कर रहा है।
एंकर- आपको बता दे की वन विभाग की रेज आमपोखरा के मालधन तुमड़िया खत्ता, पटरानी, गुज्जर झाला 44, कुंगाडार खत्ता व आपस के क्षेत्रों में हाथीयो का आतंक थमने का नाम नही ले रहा है।हाथीयो को किसानों कि खड़ी फसलो को बर्बाद करते हुए साफ देखा जा सकता हैं ग्रामीणों कि मदद से वन विभाग हाथियों को लगातार जंगलों की ओर खदेड़ने का प्रयास कर रहे है। लेकिन एक टस्कर हाथी का तो ये आलम हैं कि वो ग्रामीणों के घरों में घुसकर उत्पात मचा रहा है। जब ग्रामीण उसको जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास करते हैं तो वो ग्रामीणों के ऊपर हमलावर हो जाता है ग्रामीणों की माने तो जंगलो में घास ओर पानी ना मिलने पर हाथियों के साथ अन्य वन्यजीव भी आवादी की ओर रुख कर रहे है जिससे वन्यजीवों ओर ग्रामीणों मे संघर्ष होने कि संभावनाएं बढ़ गई हैं। ऐसी स्थिति से लड़ने के लिए वन विभाग अब आधुनिक तकनीक का स्तेमाल करने की बात कर रहा है। वन विभाग की आधुनिक तकनीक से किसानों राहत मिलेगी या नही ये तो आनेवाला वक्त ही बताएगा।
वाइट्- हिमांशु बागड़ी डी०एफ०ओ तराई पश्चिमी डिवीजन रामनगर ने बताया कि हमे सुनने में आया है कि मालधन क्षेत्र में हाथियों ने फसलो को नुकसान पहुँचाया हैं स्टाफ को सूचित कर दिया गया है शायम ओर रात के समय गस्त करने के लिये प्रभाग द्वारा एक्सप्रेमेंट के तौर पर एन०आई०डर एक स्टूमेंट होता हैं वो मगाया गया जिसमें अगर हाथी उसको क्रोश करता हैं तो उसमें लाइट फ्लैश होगी सायरन बजेगा जिसकी आवाज सुनकर हाथी जंगल की ओर चला जायेगा। उसको भी एक्सप्रेमेंट के तौर पर जंगल मे लगाया जायेगा साथ ही विभाग को फसलो के नुकसान का आकलन कर कार्यालय को सूचित करने को कहा गया हैं जिससे कि उनके नुकसान की शीघ्र ही भरपाई की जा सके।
वाइट्- हिमांशु बागड़ी डी०एफ०ओ तराई पश्चिमी डिवीजन रामनगर