आज़ादी के 78 साल बीतने के बाद भी नहीं मिली जलभराव से मुक्ति

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)

बरेली : जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी ख़ाँ वारसी ने बताया कि मानसून जब भी आता हैं तब बिहारीपुर,मलूकपुर,छोटी बमनपुरी, बड़ी बमनपुरी, सौदागरान,घेर शेख मिट्ठू, कुँवरपुर, रेती,जसौली आदि मोहल्ले जलभराव से आजतक मुक्ति न पा सके,इन कई सालों में कई सरकारे आई और गई,मेयर और पार्षद भी यही वादा करके गये पर इन क्षेत्र वासियो को जलभराव की गुलामी में आज भी घण्टो घरो में कैद रहना पड़ता है,जब जब बारिश होती है जब लोग बारिश का मज़ा लेते है लेकिन यहाँ के लोगों दिक्कतों और परेशानियों का सामना करते है,हल्की हो या तेज़ बारिश सड़को और गली में जलभराव होना ही होना है।जलभराव जब भी होता है तब 3 से 4 फीट ऊंची गन्दे पानी की लहरे सड़को और गलियों में बहती है,सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाता है,कोई वाहन सड़क पर खड़ा है तो वह बह जाता है कई बार लोग इस जलभराव के कारण हादसों का शिकार हो चुके है,मलूकपुर नाला में तो सबसे ज़्यादा जलभराव होता है,मलूकपुर से लेकर जसौली टक्कर की पुलिया तक की सड़क तो कई सालों से जर्जर है,सड़क पास होने के बाद भी अभी तक इसके निर्माण करने का समय नही आया,सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे और उस पर जलभराव उनमे उलझकर लोग गिरते है और चुटैल होते है,आज भी यह इलाका स्मार्ट सिटी होने के बाद भी स्मार्ट नज़र नही आता,कई बार शिकायतो के बाद भी जलभराव से मुक्ति न मिली,लगभग दर्जनभर मोहल्ले की लाखों की आबादी जलभराव की जटिल समस्या से जूझने को मजबूर है।
जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि मलूकपुर जसौली तक जलभराव की समस्या बहुत पुरानी है,इस क्षेत्र को जलभराव से मुक्ति मिल सकती है,यदि जलभराव की मुख्य निकासी का रास्ता टक्कर की पुलिया को जलनिकासी के लिये ठीक से बना दिया जाये तभी जलभराव की समस्या से हमेशा के लिये निजात मिल जाएगी।
डॉ एस के आनन्द ने कहा कि जलभराव के कारण कई तरह के संक्रमण रोग फैलने का अंदेशा बना रहता है,कई बार हमारे क्लीनिक पर मरीज़ों को आने जाने में दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है,दवाखाने के अंदर भी पानी आ जाता है,यदि कोई बीमार व्यक्ति को अस्पताल में जाना हो तो जलभराव के कारण उसको अस्पताल ले जाने में भी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हाजी उवैस खान ने कहा कि जब भी बारिश होती है तब यहाँ के रहने वालों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है,सड़क से लेकर गलियों तक रास्तो पर पानी ही पानी नज़र आता है निकले के रास्ते जलभराव के कारण नज़र नही आते।
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि दुकानदारो को जलभराव के कारण काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है,दुकानों में एक से डेढ़ फीट पानी भर जाता है जिस कारण सामान ख़राब होता है,घरो में भी जलभराव हो जाता है।

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