असाध्य रोग निवारण में आयुर्वेद के साथ मंत्र चिकित्सा द्वारा हर उपचार संभव : ज्योतिषाचार्य अभिषेक कुश।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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असाध्य रोग निवारण में रोगी की जन्मकुंडली ओर महादशा, अंतर्दशा के अध्यन की अहम भूमिका: अभिषेक कुश।
रोगों के कारक ग्रह ।
कुरुक्षेत्र पिहोवा :- उत्तरभारत के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य श्री गुरु भवन ब्रह्मयोनि तीर्थ पिहोवा के संचालक अभिषेक कुश द्वारा ज्योतिष शास्त्र द्वारा असाध्य रोग निवारण विषय पर विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि असाध्य रोग निवारण में मुख्य भूमिका रोगी की जन्मकुंडली पर निर्भर करती है कि रोग के प्रारंभ के समय रोगी की जन्मकुंडली में महादशा व अंतर्दशा कोन से ग्रह की चल रही है फिर उस ग्रह की विशेष अनुष्ठान पूजा पाठ द्वारा शांति और रोगी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए चिकित्सकों के चिकित्सक भगवान शिव का भी रोग निवारण के लिए पूर्ण विधि विधान द्वारा अनुष्ठान किया जाता है ज्योतिषाचार्य अभिषेक कुश ने रोग व रोग से सम्बंधित ग्रह के बारे में विस्तार से बताया कि जैसे सूर्य देव – हड्डिओं के रोग, ह्रदय रोग, आँखों सम्बन्धी रोग I
चन्द्रमा देव – मानसिक रोग, आँखों के रोग, शरीर व पेट के जल सम्बन्धी रोग, निमोनिया, फेफड़ो के रोग
मंगल देव – खून से सम्बंधित रोग, ब्लड प्रेशर, शुगर, थायरॉइड, कॉलिस्ट्रोल, शारीरिक शक्ति, माँसपेशिओ के रोग
बुध देव – त्वचा से सम्बंधित रोग, यादाश्त सम्बन्धी रोग, दिमाग सम्बन्धी रोग, तुतलाना, हकलाना, व कंठ के रोग l
बृहस्पति देव – लीवर, चर्बी, किडनी, मोटापा सम्बन्धी रोग l
शुक्र देव – गुप्तांग सम्बन्धी रोग, नपुंसकता l
शनि देव – शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द, लम्बी बीमारी l
राहु देव – सभी तरह की संक्रामकता, कुष्ठ रोग, अपगता, पागलपन, वहम l
केतु देव – रीढ़ की हड्डी, हड्डिओं के बीच में तरलता, कैंसर, बवासीर, फोड़े- फुन्सी, दांत, सम्बन्धी रोग l
ज्योतिषाचार्य अभिषेक कुश ने बताया कि मनुष्य जैसे समय समय पर अपने शरीर का टेस्ट करवाता है वैसे ही जन्मकुण्डली को भी योग्य ज्योतिषी द्वारा चैक करवा लेना चाहिए ताकि समय पर हर समस्या का निवारण हो सके। ज्योतिषाचार्य अभिषेक कुश पिहोवा दूरभाष – 0 94168 – 94570,