गणपति के समक्ष रखी हर चिंता व दुःख का समाधान अवश्य ही होता है : ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 94161-91877

देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा श्री गणेश महोत्सव।
जयराम विद्यापीठ में सर्वकल्याण की भावना से गणपति श्री गणेश के समक्ष लगाई जा रही है हाजरी।

कुरुक्षेत्र, 11 सितम्बर :- ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में श्री गणेश महोत्सव के अवसर पर विद्वान ब्राह्मणों एवं आचार्यों द्वारा जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ श्री गणपति पूजन किया गया। ब्रह्मचारी ने सर्वकल्याण की भावना से गणपति श्री गणेश के समक्ष हाजरी लगाई और मानव समाज की सुख समृद्धि व कोरोना महामारी से पूर्ण मुक्ति की भी कामना की। उन्होंने कहा कि श्री गणपति के समक्ष सच्चे मन से कोई भी चिंता व दुःख व्यक्त की जाए उसका समाधान अवश्य ही होता है। देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश की महिमा अपरंपार है। गणपति बप्पा अपने जितने भी रूपों में जहां भी दर्शन दें, भक्त को उसका लाभ ही होता है। ब्रह्मचारी ने कहा कि गणपति के प्रत्येक रूप का अपना अलग ही महत्व है। उन्होंने बताया कि श्री गणेश महोत्सव देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा है। गणेश महोत्सव की शुरुआत 1893 में महाराष्ट्र से लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी। 1893 के पहले भी श्री गणेश महोत्सव मनाया जाता था परन्तु वह सिर्फ घरों तक ही सीमित था। उस समय पंडाल नहीं बनाए जाते थे और ना ही सार्वजनिक तरीके से श्री गणेश विराजते थे। ब्रह्मचारी ने बताया कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक उस समय एक युवा क्रांतिकारी और गर्म दल के नेता के रूप में जाने जाते थे। वे एक बहुत ही स्पष्ट वक्ता और प्रभावी ढंग से भाषण देने में माहिर थे। यह बात ब्रिटिश अधिकारी भी अच्छी तरह जानते थे कि अगर किसी मंच से तिलक भाषण देंगे तो वहां आग बरसना तय है। उन्होंने बताया कि बाल गंगाधर तिलक स्वराज के लिए संघर्ष कर रहे थे और वे अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहते थे। इसके लिए उन्हें ऐसा सार्वजनिक मंच चाहिए था, जहां से उनके विचार अधिकांश लोगों तक पहुंच सके। इस काम को करने के लिए उन्होंने श्री गणेश उत्सव को चुना और इसे सुंदर भव्य रूप दिया जिसे आज हम देखते हैं। इस तरह से श्री गणेश उत्सव ने भी आजादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई। जयराम विद्यापीठ के मुख्य मंदिर में विराजमान श्री गणेश की भव्य प्रतिमा के समक्ष गणेश भजनों का गुणगान हुआ तथा आरती की गई। इस मौके पर राजेंद्र सिंगल, श्रवण गुप्ता, कुलवंत सैनी, एस एन गुप्ता, पवन गर्ग, के के कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, यशपाल राणा,सतबीर कौशिक, इत्यादि भी मौजूद थे।
जयराम विद्यापीठ में श्री गणेश महोत्सव के अवसर पर पूजन करते हुए ब्रह्मचारी व अन्य।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

अतरौलिया आज़मगढ़:अतरौलिया नगर पंचायत में गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने मनाया गणेश उत्सव

Sat Sep 11 , 2021
अतरौलिया नगर पंचायत में गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने मनाया गणेश उत्सव विवेक जायसवाल की रिपोर्टबुढ़नपुर आजमगढ़ बता दें कि गणेश उत्सव की धूम पूरे देश में रही। जिसके क्रम में नगर पंचायत निवासी 12 साल की उदिता मिश्रा पुत्री डॉक्टर राजेश मिश्रा के द्वारा गणेश […]

You May Like

Breaking News

advertisement