मानव सेवा की मूर्तिमान स्वरूप हैं प्रख्यात समाजसेवी बहिन मनप्रीत कौर

सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 9416191877
कार्तिक मास में मां सीता रसोई के माध्यम से 500 साधु-संतों को नित्य ग्रहण कराया जा रहा है भोजन प्रसाद।
वृन्दावन : मोतीझील क्षेत्र स्थित घीसा संत आश्रम में मां सीता रसोई के द्वारा कार्तिक मास के उपलक्ष्य में प्रति दिन सन्त, ब्रजवासी वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा आयोजित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत नित्य 500 से भी अधिक साधु-संतों को भोजन प्रसाद ग्रहण कराकर उन्हें वस्त्र, दक्षिणा व दैनिक प्रयोग की वस्तुएं आदि वितरित की जा रही हैं।
मां सीता रसोई की संस्थापक व संकट मोचन सेना (पंजाब प्रान्त महिला प्रकोष्ठ) की अध्यक्ष अध्यक्ष बहिन मनप्रीत कौर (लुधियाना) ने कहा कि जप, तप, भजन, साधना करना ही भगवान की भक्ति नहीं है, बल्कि निर्धन- निराश्रित व असहायों की सेवा करना भी भगवान की एक प्रमुख भक्ति है।इसी के अंतर्गत मां सीता रसोई के द्वारा कार्तिक मास के उपलक्ष्य में प्रतिदिन 500 से भी अधिक निर्धन-निराश्रित, साधु, ब्राह्मण, ब्रजवासियों आदि को भोजन प्रसाद ग्रहण करा कर उन्हें ऊनी वस्त्र, कंबल व दक्षिणा आदि का वितरण किया जा रहा है।
प्रख्यात साहित्यकार “यूपी रत्न” डॉ गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि प्रख्यात समाजसेवी श्रीमती मनप्रीत कौर (लुधियाना) मानव सेवा की मूर्तिमान स्वरूप हैं।वे ठाकुर बांके बिहारी महाराज की परम् भक्त हैं। वे इन दिनों समाजसेवा के क्षेत्र में अत्यधिक योगदान दे रही हैं। ब्रज वृन्दावन के प्रति उनका समर्पण व सेवाभाव अति प्रशंसनीय व सराहनीय है।उनके सेवाकार्यों की धूम समूचे देश में है।
प्रख्यात चित्रकार द्वारिका आनंद ने कहा कि “मां सीता रसोई” के द्वारा वृन्दावन ही नहीं अपितु समूचे भारत वर्ष में असंख्य लोगों को निःशुल्क भोजन व फलाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही इसके द्वारा विभिन्न प्रांतों में अधिकाधिक अभावग्रस्तों की प्राथमिक आवश्यकताओं को पूर्ण करने का कार्य किया जा रहा है।
पण्डित अंशुल पाराशर ने कहा कि बहिन मनप्रीत कौर (लुधियाना) ने समूचे देश में विभिन्न सेवा प्रकल्प संचालित कर संतों, निर्धनों व निराश्रितों की सेवा करने का संकल्प लिया हुआ है। इसीलिए उनके द्वारा “मां सीता रसोई” व “मां राधा रसोई” की स्थापना की गई है।साथ ही उनके द्वारा किन्हीं निर्धन बच्चों को उनकी शिक्षा व वस्त्र आदि में, तो किन्हीं को उनकी चिकित्सा व मकान निर्माण आदि में आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है।




