केंद्र सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ किसान मजदूर संगठनों ने मनाया विश्वासघात दिवस
नरेंद्र मोदी का किया पुतला दहन
अररिया
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले विभिन्न किसान – मजदूर संगठन तथा वाम मोर्चा के घटक दलों ने सोमवार को विश्वासघात दिवस मनाया। इस प्रदर्शन में सीपीआई, सीपीएम, माले, जन जागरण शक्ति संगठन समेत सैकड़ों की संख्या में किसान व मजदूर शामिल हुए।
विदित हो की केंद्र सरकार ने किसान विरोधी तीनों कानून वापस लेते हुए आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार को मुआवजा, एमएसपी पर गारंटी कानून, लखीमपुर खीरी जनसंहार में मृतक किसान परिवारों को रोजगार तथा मुआवजा का वादा किया था। लेकिन अब तक उन वादों में से कोई एक भी पूरा नहीं किया है। जबकि उनके वादे पर विश्वास कर के ही किसान आंदोलन समाप्त हुआ था।
सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ यह प्रदर्शन अररिया बस स्टैंड से शुरू हुआ, चांदनी चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। यहां से होते हुए समहरणालय परिसर में एक नुक्कड़ सभा में परिवर्तित हुई, जहां से एक शिष्टमंडल जिला पदाधिकारी के हाथों राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
रैली में शामिल सीपीआई के डॉ एस आर झा ने कहा कि, यह सरकार पूरी तरह से कॉरपोरेट की सरकार है और उन्हीं के हित को प्राथमिकता देती है।
वार्ड पार्षद तथा जन जागरण शक्ति संगठन के पूर्व महासचिव रंजीत पासवान ने कहा कि, सरकार का जो विकास मॉडल है वह गरीबों के लिए विनाश मॉडल है।
माले के रामविलास यादव ने कहा कि, अगर सरकार अपने किए वादे को नहीं निभाती है तो आने वाले समय में हम दुबारा आंदोलन करने के लिए सड़क पर उतरने को तैयार हैं।
सीपीएम के राम विनय राय ने कहा कि, हम केंद्र सरकार को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं की वे देश के किसान व मजदूर की आंखों में धूल झोंकने की गलती न करें और अपने किए वादों को जल्द से जल्द पूरा करे।
इस प्रदर्शन में जन जागरण शक्ति संगठन के आशीष रंजन, सब्यसाची, पवन, रंजय पासवान, मांडवी देवी सीपीएम के रामविनय राय, विजय शर्मा, उर्मिला देवी, मंजर आलम भाकपा माले के अजीत पासवान, इस्माइल, मो आजाद आलम सीपीआई के डॉ एस आर झा, नौशाद अली, गेनालाल महतो, मुर्शीद आलम, वदूद आलम, ए आई वाई एफ के अभिषेक कुमार, बबलू कुमार, वसीम समेत सैकड़ों की संख्या में किसान मजदूर शामिल हुए।