छुट्टा पशुओं से त्रस्त किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन —
छुट्टा पशुओं से मुक्ति दिलाओं सरकार, नहीं तो नहीं करेंगे हम मतदान का नारा भी बुलंद कीया
छुट्टा पशुओं से त्रस्त किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन —
छुट्टा पशुओं से मुक्ति दिलाओं सरकार, नहीं तो नहीं करेंगे हम मतदान का नारा भी बुलंद कीया
अहरौला। रविवार को क्षेत्र एक दर्जन गांवो के किसानों ने गहजी कलवरिया चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया कारण छूट्टा पशुओं से बर्बाद हो रही फसल जिससे त्रस्त हो किसानों ने मतदान वहिष्कार का एलान कर दिया हाथों मे पशुओं से मुक्ति नही तो वोट नही का बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन पर उतरे किसान जमकर नारे बाजी की आगामी विधानसभा चुनाव में ऐसे ही हालात रहे तो विधानसभा चुनाव में किसान मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी किसानों ने कहा छुट्टा पशु किसानों के लिए नासूर बन चुके हैं सरकार बातों से नहीं जमीन पर इसका हल निकाले। क्षेत्र के गहजी, शंभूपुर, बस्तीभुजबल, कोठरा,समदी,इसहाकपुर,सीरपट्टी, केदारपुर, चौबेपट्टी,लेदौरा, बनरपूरा, कठही, सहित दर्जन भर गांव के एकत्रित किसानों ने कहना छुट्टा पशु उनके फसलों के दुश्मन बन गए हैं किसान रात रात भर जागकर पशुओं से फसल की रखवाली कर रहा है पशु के एक झुंड को अपने खेतों से निकाल रहा हैं वही दूसरा झूंङ उनके खेत में पहुंच जा रहा है और फसलों को अपना निवाल बना रहा है क्षेत्र के कई गांव में किसानों ने छुट्टा पशुओं के आतंक से खेती करना ही छोड़ दिया है किसानों ने चेतावनी दी है अगर छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात नहीं मिलता है तो वह आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे अगर ऐसा ही छुट्टा पशुओं का आतंक रहा तो किसान दाने दाने को मोहताज हो जायेगा सरकार के दोगुनी आमदनी की बात खोखला साबित हो रही है कई वर्षों से किसान छुट्टा पशुओं का दंश झेल रहा है किसानों का कहने है किसान लगातार छुट्टा पशुओं के आतंक से आर्थिक,मानसिक,शारीरिक दंश झेल रहा है किसानों के घर तक फसल का आधा हिस्सा रात दिन रखवाली के वाद पहुंच पा रहा है किसानों का कहना है अहरौला क्षेत्र में बस्ती भुजबल व कोयलास के कोठवाजलालपुर गांव में गोवंश अस्थाई स्थल बनाया गया है वहां भी किसानों को अपने पशुओं को देने के लिए नाकों चने चबाने पड़ते हैं और अगर किसी तरह से वह पशु को जमा कर भी लिये तो रात में छोड़ दिया जाता है ऐसे हालात में किसानों ने यह मांग की है कि पहले तो जो छुट्टा पशु छोड़ने वाले जो भी है उन पर भी कारवाई की जाए और सरकार छुट्टा पशुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करें मात्र बयानबाजी करने से किसानों का हित होने वाला नहीं है। इस मौके पर समाजसेवी लक्ष्मी चौबे, राजाराम निषाद, जमुना निषाद, छविलाल निषाद, हृदय नारायण चौबे, प्रदीप चौबे, प्रवीन प्रकाश श्रीवास्तव, निर्मल राम, गया प्रसाद शर्मा, श्रीराम, शिवपूजन यादव, राजेश चौबे, भीम निषाद, प्रदीप सिंह, मनोज चौबे, साधु सिंह, नीरज सिंह, चेतनारायन सिंह, सत्यप्रकाश, सत्यनारायन यादव, सुभाष चौबे, छविलाल, जोगेंद्र गौड़, धारी निषाद, अजय चौबे, राजकुमार, सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।। फोटो मेल पर।।
@- एसङीएम बूढनपुर अरविंद कुमार सिंह ने इस संबंध मे कहा कि किसानों को समस्या से निजात दिलाने की दिशा मे शासन-प्रशासन की पुरी कोशिश है। जहाँ तक किसानों को अपने पशुओं को गोशाले में जमा कराने से संबंधित कोई कर्मचारी समस्या बता रहा है तो हमारे मोबाईल नंबर पर बताये या संबंधित खंङविकास अधिकारी से कहे फिर भी समस्या है तो कार्यवाही होगी।
लाल जी सैनी की रिपोर्ट