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रिपोर्ट पदमाकर पाठक
महिला नसबंदी मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य का बेहतर बिकल्प – डॉ मंजुला
नसबंदी से कुछ नुकसान नहीं
अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए स्थायी प्रक्रिया
आजमगढ़। 5 सितम्बर 2022
ब्लॉक निजामाबाद की नीलम (35 वर्ष) ने बताया कि मैं अपने पति के साथ 6 जुलाई को चिकित्सालय गयी थी। वहां मेरी नसबंदी बहुत अच्छे से हुई। दो घंटे आराम के बाद मैं घर आ गई झा थी। आज मैं बिलकुल ठीक हूं। मेरे दो बच्चे हैं। दोनों ही स्कूल जाते हैं। पति की छोटी सी दुकान है। इससे परिवार का पूरा खर्च चल जाता है। ब्लॉक तरवा की (29 वर्ष) अंजली मौर्या ने बताया कि हमारे दो बच्चे हैं। हमारे परिवार की आमदनी बहुत कम है। बच्चों के भविष्य और अपने स्वस्थ जीवन के लिए 7 जुलाई को जिला महिला चिकित्सालय में जांच कराई और वहां मुझे नसबंदी की नि:शुल्क सुविधा मिली। मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई थी।
नीलम और अंजली तो सिर्फ बानगी भर हैं। असल में ऐसे कई परिवार हैं जो जिले में चल रही निःशुल्क नसबंदी सेवा का लाभ ले रहे हैं। जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिक डॉ मंजुला सिंह ने कहा, अक्सर महिलाएं अनचाहे गर्भ रोकने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं। जो महिलाएं अपना परिवार पूरा कर चुकी होती हैं। वह महिलाएं नसबंदी का सहारा लेती हैं। नसबंदी एक स्थायी प्रक्रिया है। नसबंदी से शरीर के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं। महिला नसबंदी अनचाहे गर्भ को रोकने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। इस प्रक्रिया में छोटा सा ऑपरेशन करवाना पड़ता है। यह ऑपरेशन सीजेरियन या मिनी लैपरोटोमी तकनीक से किया जाता है। इसको ट्यूबेक्टोमी, ट्यूबल लिगेशन और फीमेल स्टरलाइजेशन भी कहा u inजाता है। उन्होंने बताया कि 40 या 45 साल से अधिक उम्र की महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचने के लिए भी नसबंदी का सहारा लेती हैं | अगस्त 2021 से जुलाई 2022 तक लगभग 1550 महिला नसबंदी की गई है।
नसबंदी के बाद बरतें सावधानी –
ऑपरेशन के बाद जांच जरूर करायें और साथ ही दवा और एंटी बायोटिक्स का कोर्स भी पूरा करें, नहीं तो इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। अगर ऑपरेशन के बाद बुखार, लगातार पेट दर्द, चीरे से खून या पीप आने जैसे लक्षण दिखाई दे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ऑपरेशन के बाद सात दिन तक संबंध बनाने से बचें। ऑपरेशन के बाद पीरियड न आना या लेट हो जाए तो डॉक्टर से संपर्क करें।
महिला नसबंदी के फायदे –
जो महिलाएं गर्भनिरोधन रोकने के लिए स्थापी उपाय चाहती हैं उनके लिए यह बेहतरीन विकल्प है | इसकी असफलता की दर भी बहुत कम है| नसबंदी में गर्भनिरोधक गोलियां, इंजेक्शन, इम्प्लांट्स या इंट्रायूटेरियन उपकरण (आईयूडी) की तरह साइड-इफैक्ट नहीं होते| नसबंदी के बाद किसी तरह कि शरारिक कमजोरी नहीं होती|