एमडीए कार्यक्रम: मॉपअप राउंड में छूटे हुए चिह्नित व्यक्तियों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा
- जिले में 15 से 20 नवंबर के बीच संचालित होगा एमडीए कार्यक्रम का मॉपअप राउंड
- अभियान की सफलता को डीएमओ की अध्यक्षता में हुई बैठक, दिये गये जरूरी निर्देश
कटिहार संवाददाता
जिला में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक बार फिर से एमडीए कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। एमडीए कार्यक्रम का मॉपअप राउंड 15 से 20 नवंबर के बीच संचालित किया जाना है। इसमें चिह्नित लोगों के घर- घर जाकर वंचित लोगों को दवा का सेवन कराया जायेगा। एमडीए कार्यक्रम के दौरान अल्बेंडाजोल व डीईसी दवा सेवन से वंचित लोगों का दवा सेवन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से मॉप अपराउंड का संचालन जिले में किया जा रहा है। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से जरूरी निर्देश दिये गये हैं। मॉपअप राउंड की सफलता को लेकर डॉ जेपी सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों की विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें के जरूरी निर्देश दिये गये। बैठक में वीबीडीसी डॉ एनके मिश्रा ,सभी वीबीडीएस, केयर इंडिया व पीसीआई के प्रतिनिधि मौजूद थे।
15 से 20 नवंबर के बीच संचालित होगा मॉपअप राउंड :
डीएमओ डॉ जेपी सिंह ने कहा कि दीपावली एवं छठ पूजा के उपरांत 15 से 20 नवंबर तक जिले में मॉपअप राउंड का संचालन किया जा रहा है। इसके माध्यम से छूटे हुए लाभुकों को दवा का सेवन कराया जायेगा। इसे लेकर जिले के सभी सीएचसी व पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। इस दौरान फैमिली रजिस्टर में छूटी हुई प्रविष्टियों को इसी समय सीमा में पूरा किया जाना है।
आशा कर्मी देंगी दवा खिलाने का प्रमाणीकरण :
वीबीडीसी डॉ एनके मिश्र ने बताया कि मॉपअप राउंड के दौरान आशा दलकर्मी द्वारा इस बात को सत्यापित किया जाएगा कि सभी योग्य लाभुकों ने एमडीए की दवा सेवन किया है। प्रमाणीकरण के बाद ही आशा कर्मियों को उनके मानदेय का भुगतान किया जायेगा। इसके साथ ही कार्यक्रम का संकलित प्रतिवेदन राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी को 25 नवंबर तक प्रेषित किया जाना है।
दवा सेवन फाइलेरिया से सुरक्षा का मार्ग:
डीएमओ डॉ जेपी सिंह ने कहा कि जिला को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिये आम जन का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वैसे लोग जिन्होंने अब तक किसी कारण दवा का सेवन नहीं किया है। मॉपअप राउंड के दौरान दवा का सेवन अवश्य करें। ताकि हमारा जिला फाइलेरिया रोग से जुड़ी चुनौती से पूरी तरह मुक्त हो सके।