फिरोजपुर 27 अगस्त {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
“हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की” के जयकारों से गूंज उठा फिरोजपुर। पंडित विश्वनाथ, पंडित रमाकांत, पंडित अरुण पांडे ने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से पूर्ण अवतार योगेश्वर भगवान श्री कृष्णा जी का जन्म दुवापर युग के अंत में भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि में हुआ था। उन्होंने कंस के अत्याचारों से पृथ्वी को मुक्ति दिलाकर सनातन धर्म की पुण्य स्थापना की थी। उन्होंने अधर्म का अंत किया और धर्म की पुण्य स्थापना की।
फिरोजपुर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को श्रद्धा भावना के साथ मनाने के लिए सभी मंदिरों में तकरीबन महीना पहले तैयारियां चल रही थी। श्री राधा कृष्ण मंदिर (हनुमान धाम) में भी नन्हे मुन्ने कलाकारों ने श्री कृष्णा भजनों पर नृत्य करके समय बांध दिया जो की देखने योग्य था। हजारों की संख्या में श्री कृष्ण भक्तों ने मंदिरों में जाकर नतमस्तक होकर अपने और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की। ऐसा ही नज़ारा श्री सनातन धर्म महावीर दल मंदिर, श्री निर्धन निकेतन मंदिर, प्राचीन श्री कृष्णा मंदिर, नीलकंठ मंदिर, श्री कृष्ण मंदिर, गीता भवन मंदिर, फिरोजपुर लंगर सेवा की रसोई और फिरोजपुर के लगभग सभी मंदिरों में देखने को मिला। सभी मंदिर कमेटी के सदस्यों ने पूरी मेहनत की जो नजर आ रही थी। श्री कृष्ण भक्तों के लिए तरह-तरह के प्रसाद फल फ्रूट, चूरमा, माखन मिश्री की व्यवस्था भी की गई है। भगवान श्री कृष्ण जी के आगमन पर आतिशबाजी चला कर उनका अभिनंदन किया। ढोल नगाड़े बजाए और फिरोजपुर में सभी को मथुरा वृंदावन जैसा माहौल देखने को मिला।
फिरोजपुर के सीनियर पुलिस कप्तान मैडम सौम्या मिश्रा अपने भारी पुलिस बल के साथ फिरोजपुर के मंदिरों में निगरानी करते नजर आए। उन्होंने बताया कि हमने कोई भी अप्रिय घटना न घट जाए के लिए 400 से ऊपर पुलिस बल के नौजवान ड्यूटी पर लगाए हैं। फिरोजपुर की सभी मंदिर कमेटीयों ने उनका आभार व्यक्त किया।