धूमधाम से संपन्न हुआ बाबा गोपाल दास “लघुसखी” महाराज का पंच दिवसीय स्मृति महोत्सव।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
संवाददाता – महेश्वर गुरागाई।
वृन्दावन : गोविन्द घाट स्थित अखिल भारतीय निर्मोही बड़ा अखाड़ा (श्रीहित रासमंडल) में चल रहा प्रख्यात राधावल्लभीय संत बाबा गोपाल दास “लघुसखी” महाराज का पंच दिवसीय स्मृति महोत्सव अत्यंत धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज के सानिध्य में चल रही श्रीमद्भक्तमाल कथा में व्यासपीठ से प्रख्यात संत जगद्गुरु द्वाराचार्य मलूक पीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्रदास देवाचार्य महाराज ने भक्तों-श्रृद्धालुओं को पूज्य बाबा गोपाल दास “लघुसखी” महाराज के जीवन से जुड़े संस्मरणों का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि पूज्य बाबा लघुसखी महराज समूचे अध्यात्म जगत के गौरव थे। उन जैसी पुण्यात्माओं का तो अब युग ही समाप्त होता चला जा रहा है। हम लोगों ने ईश्वर को कहां देखा है।बाबा गोपालदास लघुसखी महराज जैसे संत ही हमें पृथ्वी पर ईश्वरीय सत्ता का आभास कराती हैं।
इससे पूर्व प्रख्यात रासाचार्य स्वामी देवेन्द्र वशिष्ठ महाराज के निर्देशन में चल रही दिव्य व भव्य रासलीला का भी समापन हुआ। सायं को राधा-कृष्ण की ब्याहुला लीला का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन किया गया।
महोत्सव में उमाशक्ति पीठाधीश्वर स्वामी रामदेवानंद सरस्वती महाराज, कार्ष्णि स्वामी जगदानंद महराज, महंत सुंदरदास महाराज, महामंडलेश्वर सच्चिदानंद शास्त्री, आर. एन. द्विवेदी (राजू भैया), महंत रामप्रवेश दास महाराज, महंत सनत कुमार दास, महन्त दंपत्ति शरण महाराज (काकाजी), महन्त सुन्दरी शरण महाराज (सोनू भैया), वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, पण्डित बिहारीलाल वशिष्ठ, डॉ. रमेश चंद्राचार्य विधिशास्त्री, आचार्य पुंडरीक महाराज, रसिक माधव दास, राकेश दुबे (मुखियाजी, भागवताचार्य रामप्रकाश भारद्वाज “मधुर”, मुख्य यजमान पुरुषोत्तम शर्मा व श्रीमती सुषमा शर्मा (रोपड), प्रवीण कुमार मेहता, मोना मेहता, ध्रुव भगत, रेखा भगत, अर्पिता, महंत रसिक माधव दास महाराज, राधावल्लभ वशिष्ठ, डॉ. राधाकांत शर्मा, प्रियाशरण वशिष्ठ, इन्द्र कुमार शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।