गढ़बनैली। संवाददाता
कसबा प्रखंड के अंतर्गत 2014-15 में महिला स्वयं सहायता संस्थान के नाम पर पांच दुकान खुशबू स्वयं सहायता सदभेली, सदगुरु स्वयं सहायता समूह गुरही, शाहजहां गरीब नवाज स्वयं सहायता समूह लखना, प्रार्थना स्वयं सहायता समूह बनेली और जगदंबा स्वयं सहायता समूह बनेली आवंटित हुआ था। इसके लिए सभी स्वयं सहायता समूह के महिला को प्रखंड परिसर में रोजगार करने के लिए दुकान भी आवंटित कर दिया गया लेकिन आवंटित दुकान समूह के लोगों द्वारा दुकान ऊंची कीमत पर किसी दूसरे दुकानदारों को आवंटित कर दिया गया है और यह दुकानदार प्रखंड परिसर में अपनी मर्जी से दुकान चला रहे हैं। जबकि प्रत्येक दुकान का भाड़ा मात्र 300 रुपए प्रतिमाह है लेकिन अभी भी लगभग प्रत्येक दुकानदारों के पास 10 से 15 हजार रुपए बकाया है। हालांकि 300 रूपए प्रतिमाह भाड़ा प्रखंड नजारत में जमा होता है। लेकिन दुकान आवंटित लोगों द्वारा भाड़ा अलग से वसूला जा रहा है ऐसा चर्चा में है। इस संबंध में प्रखंड के प्रधान लिपिक द्वारा बताया गया कि 21 फरवरी को सभी स्वयं सहायता समूह को पत्र द्वारा बैठक में आने का फरमान जारी किया गया है ,जिसमें मूल कागजात मांगा गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस नोटिस को लेने वाला कोई भी नजर नहीं आया है। कौन दुकानदार है इसके बारे में ठीक ढंग से किसी को जानकारी भी नहीं है और यह नोटिस कार्य दुकानदारों को ही जो परिसर में दुकान चला रहा है थमाया जा रहा है ताकि वह दुकान मालिक को इसकी सूचना दें सके।
इस संबंध में कसबा प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सरदार ने बताया कि जानकारी के अनुसार आवंटित दुकान मालिक दुकान नहीं चला कर किसी दूसरे को भाड़ा में दिए हुए हैं जो वैधानिक नहीं है तथा अभी तक 10 से 15 हजार रुपए भाड़ा का बकाया है। स्वयं सहायता समूह के मालिक भी नजर नहीं आते हैं ।इसी के निदान के लिए 21 फरवरी को दुकान माल