सांग संस्कृति का आधार स्तम्भ : गौरव जैलदार।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
संवाददाता – गीतिका बंसल।
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अभिमन्युपुर के सूर्यकुण्ड मेले में शुरू हुआ दो दिवसीय सांग महोत्सव।
कुरुक्षेत्र : अभिमन्युपुर गांव में बुधवार को अदिति वन सूर्यकुण्ड मेले के उपलक्ष्य में दो दिवसीय सांग महोत्सव का शुभारंभ हुआ। यह सांग महोत्सव हरियाणा कला परिषद के अंबाला मंडल की ओर से करवाया जा रहा है।
थानेसर सरपंच एसोसिएशन के प्रधान गौरव जैलदार ने मुख्यातिथि के रूप में सांग महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि सांग हमारी संस्कृति का आधार स्तंभ है। सांग के माध्यम से हमारे जीवन मूल्य अगली पीढ़ी में हस्तांतरित होते हैं। गौरव जैलदार ने कहा कि सांगों का प्रस्तुतिकरण आज भी मौलिकता को सहेजे हुए है। उन्होंने सांग पार्टी के कलाकारों को सम्मानित किया।
साँगी कलाकार बसेसर ने वीर विक्रमाजीत खांडे राव परी के किस्से पर सांग प्रस्तुत कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने इस किस्से के माध्यम से बताया कि प्राचीन काल में राजा किस तरह से अपना राजधर्म निभाते थे। परम हंसों के जोड़े किस तरह से उनके राज में अपना 12 साल का निर्वासन बिताते हैं और राजा उनके प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करता है। सांग की लोक नाट्य विधा के माध्यम से कलाकारों ने सुरों का शानदार प्रदर्शन किया।
अदिति वन सूर्यकुण्ड समिति और ग्राम पंचायत अभिमन्युपुर ने इस सांग महोत्सव के आयोजन के लिए हरियाणा कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक नागेंद्र शर्मा का आभार ज्ञापित किया। समिति के महा सचिव जसमेर सिंह चौहान और सचिव मोहन नागपाल ने बताया कि बृहस्पतिवार को भी सांग का आयोजन होगा। कोषाध्यक्ष हरिचरण शर्मा ने बताया कि यह मेला मार्तंड सूर्य की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल लगता है। भाद्रपद के शुक्ल पद की षष्ठी को उनका इसी स्थान पर जन्म हुआ था।
इस अवसर पर ब्लॉक समिति के सदस्य विक्की लोहट, सोहेल खान, पंचायत सदस्य सोम दत्त, रागबीर सिंह, सुभाष चंद, शीशपाल गुप्ता, मोहन लाल नागपाल, जसमेर सिंह, हरिचरण शर्मा व सुरेश चौहान सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
अदिति वन सूर्यकुण्ड मेले में सांग की प्रस्तुति देते कलाकार।