मोगा : [कैप्टन सुभाष चंद्र शर्मा प्रभारी संपादक पंजाब] :=
एसोसिएशन ऑफ कंसल्टेंट्स फॉर ओवरसीज स्टडीज (एकोस) के मालवा इंचार्ज और एक्जीक्यूटिव देवप्रिय त्यागी ने कहा की कोरोना महामारी की वजह से ट्रैवल इंडस्ट्री अथवा कोचिंग सेंटर बहुत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। जहां यह इंडस्ट्री लाखों लोगों को पंजाब के अंदर रोजगार मुहैया कराती है उनकी रोजी रोटी का इंतजाम करती है वह आज अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
सरकार ने शराब के ठेके, जिम, रेस्टोरेंट अथवा कई दूसरे संस्थान खोले जाने की ओर इशारा किया है पर अभी भी कोचिंग सेंटर की तरफ उन्होंने आंखें बंद की हुई है।
एकोस के महासचिव दविंदर शर्मा ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा की आईलेट्स कोचिंग सेंटर चलाने की अनुमति जल्द से जल्द दी जाए और एकोस संस्था उन्हें आश्वस्त करते हैं कि सभी कोचिंग सेंटर का स्टाफ वैक्सीनेटेड होगा और अथवा बच्चों को भी प्रोत्साहित वैक्सीनेशन के लिए किया जाएगा, उनके लिए कैंप का आयोजन भी किया जाएगा और किसी भी तरह का डेटाबेस सरकार को बच्चों का चाहिए वह हम मुहैया कराने के लिए तैयार हैं। कोचिंग इंस्टिट्यूट में ज्यादातर बच्चे 18 साल से ऊपर की उम्र के होते हैं, वयस्क हैं, समझदार हैं, पढ़े लिखे हैं और जो अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। हम सरकार को आश्वस्त करते हैं उनके द्वारा दी गई गाइडलाइन का पूर्ण रुप से पालन होगा और प्रारंभिक स्थिति में 50 परसेंट स्ट्रेंथ के साथ ही बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
एकोस के प्रधान जसपाल सिंह ने कहा की वो सरकार द्वारा विदेश में जाने के इच्छुक विद्यार्थियों को प्राथमिकता के तौर पर वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था अथवा विद्यार्थियों के लिए वैक्सीन की दूसरी डोज की 3 महीने की समय सीमा को 1 महीना करने के आदेश का हम स्वागत करते हैं।