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राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने ‘वर्चुअली’ किया नवनिर्मित गोशाला का उद्घाटन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

गुरुकुल के कृषि फार्म पर प्राकृतिक खेती के साथ होगा गो-नस्ल सुधार एवं संवर्धन का कार्य।

कुरुक्षेत्र, 01 जुलाई : गुरुकुल कुरुक्षेत्र युवाओं के भविष्य निर्माण के साथ-साथ सशक्त राष्ट्र और जागरूक समाज के निर्माण की दिशा में भी महनीय कार्य कर रहा है। इसी कड़ी में आज गुरुकुल के कैंथला स्थित प्राकृतिक कृषि फार्म पर ‘लाला ज्योति प्रसाद गोशाला, नस्ल सुधार एवं अनुसंधान केन्द्र’ का गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने ‘वर्चुअली’ उद्घाटन किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर श्रीमती दर्शना देवी, ओएसडी टू गवर्नर डाॅ. राजेन्द्र विद्यालंकार, गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग, गुरुकुल नीलोखेड़ी के निदेशक जगदीश आर्य, गुरुकुल ज्योतिसर के निदेशक शिवकुमार आर्य, आर्यकुलम् के निदेशक महिन्द्र आर्य, एनआईटी से वैज्ञानिक अधिकारी श्री योगवीर सिंह लाम्बा, डीएवी पब्लिक स्कूल की मुख्य अध्यापिका श्रीमती मनीषा लाम्बा, गौरव आर्य, चमनवाटिका कन्या गुरुकुल से श्रीमती कविता चैधरी, गुरुकुल कुरुक्षेत्र के निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ. प्रवीण कुमार, श्रीमती ऋतु शर्मा, प्राचार्य सूबे प्रताप सहित अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।
समारोह में आभासी रूप से जुड़े राज्यपाल ने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र गो नस्ल सुधार की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य कर रहा है, यहां पर विदेशी नस्ल की गाय जहां 53 लीटर दूध प्रतिदिन देती है वहीं देशी नस्ल की गायों का भी 22 लीटर प्रतिदिन दूध रिकार्ड किया गया है। उन्होंने नवनिर्मित गोशाला के लिए गुरुकुल प्रबंधन को बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि आज देशी नस्ल की गाय की उपयोगिता को लोग भूल गये हैं जिस कारण गोमाता सड़कों पर नजर आती है मगर प्राकृतिक खेती में देशी गाय के गोबर-गोमूत्र से किसान जहां गुणवत्तापूर्ण अन्न, फल, सब्जियों पैदा कर आर्थिक रूप से समृद्ध होगा वहीं गोमाता की दशा भी सुधरेगी।
उन्होंने कहा कि गुरुकुल की यह नवनिर्मित गोशाला भारतवर्ष की उन्नत ऐतिहासिक गोशाला के रूप में विकसित होगी, यहां देशी गायों पर अनेक अनुसंधान होंगे, गिर, राठी, रेड सिंधी, थारपारकर, हरियाणवी, साहिवाल आदि देशी गायों के नस्ल सुधार पर कार्य होगा और दूध उत्पादन बढ़ाकर उन्हें पशुपालकों के लिए लाभप्रद बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासांे से देश में सेक्स साॅर्टिड सीमेन को बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे गायों में अधिकतम बछड़ियां ही पैदा होगी और उनमें दूध उत्पादन भी अधिक होगा। गुरुकुल कुरुक्षेत्र द्वारा प्राकृतिक खेती के साथ-साथ गो नस्ल सुधार का यह अभियान पूरे देश में एक नई क्रांति का सूत्रपात करेगा। कार्यक्रम में वेद प्रचार विभाग के युवा भजनोपदेशक जसविन्द्र आर्य ने गोमाता एवं प्राकृतिक खेती को समर्पित भजन सुनाकर युवाओं को प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक किया। अंत में डाॅ. राजेन्द्र विद्यालंकार द्वारा गुरुकुल प्रबंधन की ओर आचार्य का आभार व्यक्त किया गया।

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