महिला सशक्तिकरण को लेकर राज्यपाल ने किया जिले का दौरा, आत्मनिर्भर बनने के दिए निर्देश
शासन की योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए। समूहों के माध्यम से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा खत्म करने हेतु प्रचार प्रसार कराया जाए। उन्नत कृषि हेतु कृषकों को प्रेरित किया जाए। मुद्रा योजना से ऋण प्राप्त कर महिलाएं आगे बढ़े। ग्रामों में महिला सुरक्षा समितियों का गठन किया जाए। क्षय रोग हेतु चयन प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। स्वयं सहायता समूह, विद्यालय, व्यापारी आदि सामाजिक कार्यों हेतु आगे बढ़ें। ऑनलाइन मार्केटिंग में कृषकों हेतु अपार संभावनाएं। महामहिम, मा0 राज्यपाल, उत्तर प्रदेश, श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी द्वारा वोभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से वार्ता के दौरान उपस्थित लाभार्थी महिलाओं व कृषकों के संबोधन में व्यक्त किये। मा0 राज्यपाल ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत पंजीकृत एस0एच0जी0 समूहों की महिलाओं से उनके समूहों में जुड़ने से उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में आये बदलावों व समूहों के माध्यम से उनके परिवारों व समाज में उनकी पहचान के संबंध में आवश्यक प्रश्न किये, जिसमें आई0सी0आर0पी0 व अन्य समूह की महिलाओं द्वारा बताया गया कि समूह में जुड़ने से पूर्व महिलाओं को समाज में सर उठाने का मौका प्राप्त हुआ है एवं सम्मान भी बढ़ा है, महिलाएं पहले बोल नहीं सकती थी, और बोलती भी तो सुना नहीं जाता था, परंतु अब महिलाएं सुनी जाती हैं। राज्यपाल महोदया द्वारा समूह की महिला से वार्ता करने के उपरांत उनके उत्साह को बढ़ावा देने हेतु उनसे प्रधान बनने के संबंध में प्रश्न किया एवं समूह की महिला के आत्मविश्वास को बढ़ावा देने हेतु महिला सशक्तिकरण के सम्वन्ध में वार्ता करते हुए स्वयं का उदाहरण प्रस्तुत कर उत्साहवर्धन भी किया। उन्होंने बताया कि महिलाओं में भी नेतृत्व करने की शक्ति है, जिससे वह अपने साथ साथ पूरे समाज, देश में अपनी पहचान स्थापित कर सकती हैं। इसके उपरांत उन्होंने समूह की महिलाओं से बाल विवाह एवं एवं दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने हेतु कोई प्रकरण संज्ञान में आने पर सीधे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को जानकारी देने हेतु कहा। उन्होंने कहा कि जिन गरीब परिवार के माँ बाप पर ज्यादा बालिकाओं की शादी व परवरिश का बोझ है वह परिवार रा0 सरकार द्वारा बालिकाओं की शिक्षा हेतु संचालित विभिन्न अनुदानों व योजनाओं के माध्यम से अच्छी परवरिश कर सकते हैं एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से कम खर्च में अपनी बच्चियों का विवाह भी करा सकते हैं। दहेज प्रथा को खत्म करने हेतु समूह की महिलाओं के मध्य जागरूकता लाने के उद्देश्य से महिलाओं को जागरूक करने एवं शिकायत करने पर सजग कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव पर जोर देते हुए शत प्रतिशत प्रसव संस्थागत कराये जाने हेतु उचित कार्यवाही किये जाने व ग्रामीण महिलाओं को समूह की महिलाओं के माध्यम से जागरूक किये जाने हेतु भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने समूह की उन महिलाओं को जिनके पास स्वयं की जमीन नहीं हैं और आगे बढ़ना चाहती है, उनके लिए मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा संचालित मुद्रा योजना का लाभ उठाकर ऋण प्राप्त कर आगे बढ़ने हेतु भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा को ग्राम स्तर पर महिला सुरक्षा समिति का गठन किए जाने के निर्देश दिए जिसमें विभिन्न जातियों की महिलाओं को प्रशिक्षित कर, गांव में उत्पन्न होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं को निस्तारित किया जाए। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कार्य किये जाने के निर्देश सभी विभागों को दिए। क्षय रोग समिति के सदस्यों व रोटरी, लायंस व अन्य एन जी ओ0 के साथ बैठक की जिसमें, उन्होंने टी0बी0/क्षय रोगों के नियंत्रण हेतु रोगियों के चिन्हीकरण की कार्यवाही प्रत्येक माह किये जाने व व्यापक स्तर पर संबंधित रोगियों को विभिन्न बड़े एन0जी0ओ0, व्यापारियों एवं डिग्री कालेजों व अन्य बड़े विद्यालयों द्वारा गोद लिए जाने हेतु मुहीम तेज किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के टी0बी0 रोग से मुक्त करने की कवायद को तेज कर, उनके भविष्य के दृष्टिगत, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर उपचार देकर सही करते हुए रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये। इसी क्रम में उन्होंने प्रगतिशील कृषकों के साथ भी बैठक की, जिसमें उन्होंने कृषकों द्वारा ऑनलाइन मार्केटिंग, एफ0पी0ओ0 को नाबार्ड से जोड़ कर उन्हें ऋण हेतु आर्थिक मदद व उनके आय दोगुनी करने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने जैविक खेती के साथ साथ उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने हेतु भी उन्नत कृषि यंत्र के प्रयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योज के अंतर्गत जनपद की प्रगति का जायजा लिया, जिसमें बताया गया की इस वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु जनपद को 5485 आवास का लक्ष्य प्राप्त हुआ हैए जिसके अंतर्गत कुल 5957 पंजीकरण प्राप्त हुए हैं एवं कुल 5426 आवासों को जांचोपरांत स्वीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 5312 लाभार्थियों को प्रथम क़िस्त एवं 465 लाभार्थियों को द्वितीय क़िस्त उनके खातों में भेजी गई है। 05 एस0एच0जी0 समूहों की महिलाओं, 05 कृषक उत्पादक संगठनों को, 05 क्षय रोग में अच्छा योगदान देने वाले स्वयं सहायता समूहों को, 05 आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड एवं 05 प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। बैठक के उपरांत उन्होंने एस एच जी समूहों द्वारा लगाई गई स्टाल का भी अवलोकन किया एवं उन्हें आगे बढने हेतु प्रोत्साहित भी किया। एफ0एफ0डी0सी0 कन्नौज में अतर, इत्र आदि के बनने की प्रक्रिया को समझा एवं आवश्यक सुझाव दिए।कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी श्री आर0एन0सिंह एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी व लाभार्थी उपस्थित रहे l