दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : आज अतिशय क्षेत्र दिगंबर जैन मंदिर रामपुर गार्डन बरेली में पिछले आठ दिवस से चल रहे प्रथम बार आयोजित भव्य समोशरण विधान का समापन, विश्व शांति हेतु हवन उपरांत हुआ।
जैन धर्म के अनुसार समोशरण तीर्थंकर भगवान के दिव्य उपदेश या धर्म सभा को कहते हैं, जहां सभी को ज्ञान प्राप्ति के समान अवसर प्राप्त होते हैं। तीर्थंकर भगवान के केवल ज्ञान प्राप्त करने के पश्चात देवों द्वारा यह निर्मित किया जाता है, जहां जन्मजात विरोधी प्राणी भी मैत्री भाव धारण कर आपसी प्रेम, सद्भावना के साथ एक ही घाट पर पानी पीते हैं।
मीडिया प्रभारी सौरभ जैन ने बताया कि इस अद्वितीय, अष्ट दिवसीय अद्भुत आयोजन हेतु उत्कृष्ट सामग्री का प्रयोग हुआ हुआ, आयोजन हेतु सौधर्म इंद्र, कुबेर इंद्र, महा यज्ञ नायक, यज्ञ नायक, चक्रवर्ती, ईशान इंद्र सहित अन्य इंद्रो द्वारा पूजन के माध्यम से विधान आयोजित होता है। उन्होंने आगे बताया की मध्य प्रदेश से आए भैया संजय सरस जी, भैया अभय जैन व गायिका मिनी के संगीतमय प्रस्तुति के माध्यम से विधान संपन्न हुआ।
श्री महावीर निर्माण समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन ने बताया कि विधान के शुभारंभ एक दिन पूर्व संकल्प रक्षा सूत्र बंधन, हल्दी पीठ, मेहंदी उत्सव कार्यक्रम के उपरांत अगले दिवस अभिषेक, शांति धारा जो नित्य विधान में होने थे के साथ ध्वजारोहण, घट यात्रा, आचार्य निमंत्रण से हुआ। प्रतिदिन एक तीर्थंकर भगवन का समोशरण में पूजन का सौभाग्य विभिन्न प्रकार के इंद्र बने श्रद्धालुओं को मिला। उन्होंने आगे बताया प्रतिदिन 96 अर्ध और एक पूर्ण अर्ध के माध्यम से उस विशेष दिवस के पूजन का समापन हुआ।
समिति के उपमंत्री सतेंद्र कुमार जैन ने बताया कि मंडप शुद्धि, समतीकरण, इंद्र प्रतिष्ठा, मंडल प्रतिष्ठा, श्रीजी स्थापना, नित्य नियम पूजन, अष्ट प्रतिहार्य व अष्ट मंगल स्थापना व आज हवन पूजन के माध्यम से कार्यक्रम समापन हुआ। उन्होंने आगे बताया की प्रतिदिन शंका समाधान करने वाले बाहर से आए विधानाचार्य जी का सम्मान भी किया गया।
इस दर्शनीय, अभूतपूर्व, पूर्णतया सफल समोशरण विधान के मध्य एक दिन तीर्थ क्षेत्र अहिक्षेत्र हेतु बस यात्रा भी गई, अष्ट दिवसीय कार्यक्रम में सर्वश्री कृष्ण कुमार जैन, सतीश चंद्र जैन, अतुल जैन, सुनील जैन, सत्येंद्र जैन मान्यवर वाले, जी. एल. अरोरा, सुमन जैन अरोरा, राजकुमार जैन, अनिल जैन, मनीष जैन, नीता जैन, रीता जैन, संदीप जैन, पूनम जैन, लवी जैन, कविता जैन, आर सी जैन, प्रासु जैन, अंजू जैन, देवेंद्र जैन, पी.सी. जैन, ए.पी. जैन, सुबोध मित्तल, डॉ पी के जैन, राजेंद्र जैन, मीनेश जैन, राजरानी जैन, राजीव जयपति, धनंजय जैन, चेलना जैन, अंशुल जैन, निशी जैन आदि धर्मावालंबी भक्त जनों ने भक्ति भाव से हिस्सा लिया।