उत्तराखंड: दर्जाधारी नेताओं की कुर्सी पर मंडराया खतरा, हाईकमान से मिला ग्रीन सिग्नल,
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
त्रिवेंद्र सरकार के दौर में बनाए गए दर्जाधारियों की कुर्सी जा सकती है। हाईकमान की तरफ से इन्हें हटाने का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है। नई व्यवस्था को लेकर अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अंतिम फैसला लेना है। माना जा रहा कि पार्टी और संगठन के लिए और अधिक समर्पित कार्यकर्ताओं की नई सूची तैयार की जाएगी। त्रिवेंद्र सरकार में 114 भाजपा नेताओं को दायित्व सौंपे गए थे। त्रिवेंद्र रावत की विदाई के साथ ही अब इनकी कुर्सी पर भी संकट खड़ा हो गया है। सूत्रों ने बताया कि आरएसएस इन्हें हटाने की पैरवी कर रहा है। बीती 26 मार्च को उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम के दून के दो दिवसीय दौरे की प्रमुख वजह भी इसे ही बताया जा रहा है। गौतम सीएम तीरथ को हाईकमान का यह संदेश दे चुके हैं। वे सीएम को यह भी सलाह दे गए हैं कि प्रांतीय अध्यक्ष मदन कौशिक और प्रांतीय महामंत्री अजेय कुमार के साथ बैठक कर इस पर जल्द फैसला ले लें।
कौशिक ने की सीएम से बात
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को मदन कौशिक और अजेय कुमार ने सीएम तीरथ सिंह रावत से वर्चुअल माध्यम से इस संबंध में बात भी की। हालांकि, गोपन विभाग ने अभी ऐसी किसी भी कसरत से इनकार किया है।
पूर्व में बांटे गए दायित्वों को लेकर संगठन के साथ अभी चर्चा होनी बाकी है। तबीयत ठीक न होने से बात नहीं हो पाई है। जल्द ही दायित्वों की समीक्षा के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री