दो सीटों पर हारता तो कभी चुनाव नही लड़ता, आखिर क्यों बोले हरक!

देहरादून: कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि यदि वह विधानसभा की दो सीटों से चुनाव हारते तो भविष्य में कभी चुनाव नहीं लड़ते। यह तो हरीश रावत की हिम्मत है कि वह अभी भी सियासत में जुटे हुए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के महापापी संबंधी बयान के बाद से कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत उनके खिलाफ मुखर हैं। बीते रोज भी हरक ने हरीश रावत को घेरा था। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने हरीश रावत को पिछले विधानसभा चुनाव में मिले दर्द को कुरेदा। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में हरीश रावत दो सीटों से चुनाव हार गए थे। साथ ही उनकी पार्टी 11 सीटों पर सिमट गई थी।

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों चल रही सियासी हलचल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तंज कसा है। इंटरनेट मीडिया पर काव्यात्मक लहजे में उन्होंने भाजपा को यह भी चुनौती दे डाली कि वह उनके मुख्यमंत्रित्व काल और त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में हुए स्टिंग को रेंजर्स ग्राउंड में बड़े पर्दे पर दिखाए।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा कि हमारे मुख्यमंत्री खनन प्रेमी है। वे कर्मकार कल्याण बोर्ड के घोटाले से शर्मसार नहीं होते। साथ ही आगे जोड़ा कि उज्याडू़ बल्द (बाड़ तोड़कर खेत में फसल चट करने वाला बैल) को बाखरी (बकरी) से बड़ा दुलार है। गौरतलब है कि वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए विधायकों को रावत ने पूर्व में उज्याड़ू बल्द की संज्ञा दी थी। हरदा ने आखिर में भाजपा को केंद्र में रखकर चुटकी लेते हुए लिखा, ‘मेरे पास एक व्यक्ति ताजमहल बेचने आया, मैंने उसके नाम अमेरिकन फेडरल बैंक कर दिया।’

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uttarakhand reporter

साग़र मलिक उतराखंड प्रभारी(वी वी न्यूज़)

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