कड़ी मेहनत और समर्पण सफलता की कुंजी : डॉ. ममता सचदेवा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुवि के वुमन इन एसटीईएम (डब्ल्यूआईएस) फोरम द्वारा एसटीईएम में महिलाओं की भूमिका पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 03 मार्च : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वुमन इन एसटीईएम (डब्ल्यूआईएस) फोरम द्वारा शुक्रवार को कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के नेतृत्व में एसटीईएम में महिलाओं की भूमिका पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संगोष्ठी की मुख्य अतिथि डॉ. ममता सचदेवा ने प्रोफ़ेसर नीरा राघव और उनकी टीम को एसटीईएम से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी देते हुए कहा कि विस फोरम उत्तर भारत का एक प्रमुख विज्ञान मंच है और छात्राओं में वैज्ञानिक प्रवृत्ति बढ़ाने के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और समर्पण ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि समाज को छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाएं विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. ममता सचदेवा ने प्रोफेसर नीरा राघव, डॉ. सुरेश दुआ और डॉ. सुमन महेंदिया की अपने शोध कार्य के पेटेंट करने, प्रो. सुनीता दलाल की शोध परियोजना अनुदान के लिए तथा अन्य महिला संकाय की बीज धन अनुदान प्राप्त करने के लिए सराहना की। इस मौके पर कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के इक्कीस विजेताओं को मुख्य अतिथि डॉ. ममता सचदेवा ने पुरस्कार प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने अपने प्रेरक शब्दों से विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेना जीत हार से ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस मौके पर डॉ. ममता सचदेवा ने कार्यक्रम में प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की मुख्य वक्ता प्रो. सुमन बाला बेरी ने कॉस्मॉस टू क्वार्क्स पर बहुत ही दिलचस्प बातचीत की। उन्होंने टॉप क्वार्क, सिंगल टॉप क्वार्क और हिग्स बोसोन (द गॉड पार्टिकल) की खोज में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि हिग्स बोसोन वह मूलभूत कण है जिसने हमारे ब्रह्मांड के निर्माण में मदद की। उनका व्याख्यान अत्यधिक जानकारीपूर्ण और संवादात्मक था और पूरे व्याख्यान के दौरान प्रतिभागी अत्यधिक उत्साही थे।
विस फोरम की समन्वयक प्रो. नीरा राघव ने बताया कि डब्ल्यूआईएस फोरम की स्थापना महिला शोधार्थियों और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के संकायों को मजबूत बनाने और उन्हें अलग मंच प्रदान करने के लिए की गई है।
गौरतलब है कि विस फोरम केयू के गठन की शुरुआत प्रोफेसर अनुरेखा शर्मा ने पद्मश्री प्रो. रोहिणी गोडबोले और प्रोफेसर आशुतोष शर्मा, सचिव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में 2019 में की थी। केयूके के विस फोरम ने 24 और 25 फरवरी को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, साइंस टॉक, पोस्टर मेकिंग और साइंस क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन कर साइंस कार्निवल-2023 मनाया गया। इन प्रतियोगिताओं के पीछे मुख्य उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और विज्ञान विशेष रूप से पर्यावरण, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आपदा जोखिम प्रबंधन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए छात्रों के बीच रुचि पैदा करना था।
सेमिनार में महिला शिक्षकों, अनुसंधान विद्वानों, विश्वविद्यालय के शिक्षण विभागों और केयूके के संबद्ध कॉलेजों के स्नातकोत्तर और स्नातक छात्रों सहित कुल 125 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में डॉ. हरदीप राय शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, सलाहकार एवं आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए समिति के सदस्य डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. रुचि गुप्ता, सुश्री अंजू गोयल और डॉ. पूजा अरोड़ा ने सहयोग किया।