लाडवा विधानसभा से लगते घिलौर गाँव की बेटी डा. पूजा दत्ता का मरीजों के प्रति सेवा भाव बना मिसाल।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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भाई की मौत भी नहीं तोड़ पाई होंसला।
दर्द और सदमे भरे माहौल मे भी नहीं छोडी मरीजों की सेवा।
कोरोना मरीजों की सेवा के लिए नहीं ली अपनी शादी मे भी छुटियां।
कुरुक्षेत्र :- आज बात करेंगे लाडवा विधानसभा के साथ लगते गांव घिलौर की बेटी डा. पूजा दत्त के सेवा भाव और होंसले की जिसको हर आदमी दिल से सेल्यूट करना चाहेगा। डा. पूजा दत्ता वो घिलौर गांव की वो बेटी है जिसके ऊपर माँ -बाप , घिलौर गाँव और लाडवा व हरियाणा वासी गर्व महसूस करता है। पिछले एक वर्ष के कोरोना काल के दौरान जहाँ एक और लोग कोरोना के मरीजों को देखते ही दुरी बना लेते है लेकिन डा. पूजा दत्ता बिना डरे मरीजों की सेवा मे डटी रही। एक और बड़ी बात अपनी शादी मे जहाँ लोग महीना छुटियो पर जाते है तो वही डा. पूजा दत्ता ने अपनी ड्यूटी को निभाने और सेवा भाव की मिसाल पेश करते हुए अपनी शादी और इसी दौरान भाई की मौत जैसे गमगीन समय मे भी मात्र 5-6 दिनों की छुट्टी लेकर दोबारा जल्दी से जल्दी मरीजों की सेवा मे खुद को लगा लिया।
शादी से पहले ही घर मे हुई दर्दनाक घटना भी डा. पूजा दत्ता का होंसला और सेवा भाव को नहीं डिगा पाया। डा. पूजा दत्ता की शादी से एक दिन पहले डा. पूजा दत्ता के घर भाई की मौत होने से घर मे मातम छा गया लेकिन इस दर्दनाक और मायूसी भरे समय मे भी डा. पूजा दत्ता ने अपना होंसला नहीं तोड़ा और 3 दिन बाद फिर खुद को मरीजों की सेवा मे लगा दिया।
डा. पूजा दत्ता 20 जून 2020 से लाडवा के सामुदायिक केंद्र में कार्यरत है। डा. पूजा दत्ता ने रसिया से डाक्टरी की पढ़ाई की थी और उसकी पहली पोस्टिंग दिल्ली एम्स में हुई थी। वह पिछले करीब साढ़े दस महीने से लाडवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत है।
डा. पूजा दत्ता कि इसी अप्रैल माह की 3 अप्रैल को शादी हुई थी । शादी के खुशियों भरे माहौल मे शादी से ठीक एक दिन पहले भाई की डी.जे. पर नाचते समय हृदयगति रुकने से निधन हो गया था। उसी माहौल मे शादी भी हुई लेकिन डा.पूजा दत्ता ने अपनी हिम्मत नहीं हारी और मजबूत होंसला दिखाते हुए अपने काम पर लोट मरीजों की सेवा जारी रखी।
लाडवा समुदायिक केंद्र की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंजली वैद्य ने बताया की डा.पूजा दत्त सबसे कम उम्र की चिकित्सक है और वह दिन-रात सिर्फ मरीजों की सेवा मे लगी रहती है । डॉ. अंजली वैद्य ने बताया कि कि सारा दिन मरीजों की देखभाल हो ,रात की ड्यूटी हो या फिर कोरोना मरीजों की सैंपलिंग करनी हो डॉ. पूजा दत्ता आगे आकर कहती हैं कि यह काम मैं करूंगी । डॉ अंजली वैद्य ने बताया कि डॉ. पूजा दत्ता मे अपने काम के प्रति इतनी लग्न और मरीजों के प्रति इतना सेवा भाव है की पिछले 1 साल में डॉ. पूजा दत्ता ने कभी कोई छुटी नहीं ली। नगर व समाजसेवी संस्थाओं की और से डा. पूजा दत्ता को दिल से सेल्यूट।