डा. जय भगवान सिंगला की 28 वी पुस्तक प्रणम्य को प्रणाम का हुआ लोकार्पण।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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डा. सिंगला कर चुके हैं साहित्य की करीब करीब हर एक विधा में साहित्य की रचना।
कुरुक्षेत्र, 17 नवम्बर : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के सफल उद्योगपति एवं प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक व संचालक डा. जय भगवान सिंगला की 28 वीं पुस्तक का लोकार्पण साहित्यकार समारोह के अवसर पर किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में हरियाणा तथा दूसरे राज्यों के जाने-माने साहित्यकार मौजूद रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद प्रो. लालचंद मंगल ने की। उल्लेखनीय है कि डा. सिंगला सफल व्यवसायी एवं उद्योगपति होने के साथ साथ एक उत्कृष्ट समाजसेवी, विचारक, चिंतक, पर्यावरण प्रेमी होने के साथ-साथ एक उच्च श्रेणी के साहित्यकार भी हैं जिन्होंने साहित्य की लगभग हर एक विधा में साहित्य की रचना की है। गद्य, पद्य, कहानियां, लघु कहानियां, संस्मरण लेख, इतिहास का अवलोकन और इसके साथ साथ बालगीत, उपन्यास तथा हरियाणवी में भी 6 पुस्तकें लिख साहित्य की सेवा की है। डा. जय भगवान सिंगला की 28 वीं पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन प्रेरणा वृद्ध आश्रम के नवनिर्मित रामस्वरूप सभागार में आयोजित किया गया। इस आयोजन के सूत्रधार थे प्रज्ञा साहित्य मंच रोहतक के संस्थापक डा. मधु कांत बंसल जिन्हें हिंदी साहित्य अकादमी हरियाणा ने सूर सम्मान से पुरस्कृत किया है। इस अवसर पर डा. संजीव कुमार, डा. बाबूराम विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग मस्तनाथ विश्वविद्यालय, डा. मोतीलाल गुप्ता, आरजी मल्होत्रा, डा. तिलक तंवर, डा. अंजना गर्ग, मधु कैथल, सूर सम्मान से पुरस्कृत दिल्ली से बाला, पानीपत से रमेश चंद पोहाल, रोहतक से डा. विपिन गुप्ता, प्रो. श्यामलाल कौशल, डा. शील कौशिक, अन्नपूर्णा शर्मा, हरबंस कौर, प्रेरणा की अध्यक्षा रेणु खुंगर, डा. मोहित गुप्ता, आशा सिंगला, केशव मेहता, डा. उषा लाल, प्रकाशक एसपी कौशिक इत्यादि साहित्य के क्षेत्र में विख्यात हस्तियां मौजूद थी।
डा. जय भगवान सिंगला की 28 वी पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर देश के कई साहित्यकार।